भारत जोड़ो यात्रा : बड़ौदा अहीर में बोले राहुल गांधी "वनवासी कहना आदिवासियों का अपमान"
- राहुल का वनवासी-आदिवासी के बीच भ्रम पैदा करने वाला बयान
- वनवासी शब्द आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन से वंचित करने वाला-राहुल गांधी
खंडवा/वेब डेस्क। भारत जोड़ो यात्रा की जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वनवासी और आदिवासी के बीच भेद बताकर जनजाति समुदाय के बीच भ्रम पैदा करने का प्रयास किया है। वे वनवासी, जनजातीय के बजाए आदिवासी के पक्ष में खड़े होते नजर आए और सभा में यह तक आरोप लगा दिया कि भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहकर उनका अपमान कर रही है। राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा का यह वनवासी शब्द आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन से वंचित करने वाला है।
भारत जोड़ो यात्रा का बुरहानपुर के बाद खंडवा में गुरुवार को निमाड़ी 'लोकनृत्य' गणगौर के प्रस्तुति के साथ स्वागत हुआ है। राहुल-प्रियंका जनजातीय जननायक टंट्या मामा की जन्मस्थली ग्राम बड़ौदा अहिर पहुंचे और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया। राहुल गांधी ने जनजातीय नायक टंटया मामा की जन्मस्थली बड़ौदा अहीर में कहा कि भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहने के लिए माफी मांगे। यह शब्द आपको जल, जंगल और जमीन के अधिकार से वंचित करने वाला है। भाजपा की सरकारें आदिवासियों से उनके अधिकार छीनती हैं। टंटया मामा और बिरसा मुंडा को अंग्रेजों ने फांसी दी। कांग्रेस उनके विरुद्ध लड़ी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उनका साथ दिया। हमारी सरकार आने पर एक-एक करके सभी अधिकार दिए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासियों पर सर्वाधिक अत्याचार मध्य प्रदेश में होता है। हमें ऐसा प्रदेश नहीं चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि महापुरुष टंट्या मामा और बिरसा मुंडा ने आदिवासियों की लड़ाई अंग्रेजों से लड़ी और कांग्रेस पार्टी ने हिंदुस्तान से अंग्रेजों को भगाया। जब हम अंग्रेजों से लड़ाई लड़ रहे थे, तब जिन्होंने आपके महापुरुषों को फांसी पर लटकाया तब रा.स्व.संघ अंग्रेजों के साथ खड़ी थी। यह पूरी दुनिया जानती है और यह याद रखें कि यह जो वनवासी शब्द है आपको खत्म करने का शब्द है। आदिवासी शब्द आपको हक दिलाने और देश के असली मालिक बनाने का शब्द है।
भाजपा उद्योगपतियों को बेच रही जंगल
राहुल गांधी कहा कि आदिवासी हिंदुस्तान के पहले मालिक हैं। पेसा कानून के द्वारा वन अधिकार को भाजपा सरकार कमजोर कर रही है। अधिकार छीन रही हैं। हमारी सरकार आने पर हम एक-एक करके आपको आपके सभी अधिकार देने का काम करेंगे। राहुल ने कहा कि भाजपा की सरकारें जंगलों को उद्योगपतियों को दे रही है। जंगल, हाथी जा रहे हैं जब जंगल नहीं बचेंगे तो आपको कोई अधिकार भी नहीं मिलेंगे और वनवासियों को जंगल के बाहर कोई अधिकार नहीं होगा। वनवासी कहना आदिवासियों का अपमान है।
बोरगांव से यात्रा प्रारंभ हुई
भारत जोड़ो यात्रा का कारवां सांसद राहुल गांधी बुधवार देर रात खंडवा जिले के झिरी पहुंचे। यहां रात्रि विश्राम के पश्चात सुबह 6.20 बजे बोरगांव से यात्रा प्रारंभ की। यात्रा के इस पड़ाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शामिल हो गए। यात्रा में पूर्व मंत्री जयराम रमेश, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अरुण यादव, विधायक जीतू पटवारी सहित हजारों कार्यकर्ता झंडे लिए साथ चल रहे थे। बोरगांव से दो घंटे में यात्रा 8 बजे कुमठी पहुंची। यहां गुरुकृपा फैमिली रेस्टोरेंट पर राहुल गांधी रुके और नाश्ता किया। इसके बाद वे रुस्तमपुर के लिए आगे बढ़ गए। रास्ते के दोनों ओर राहुल गांधी और 'भारत जोड़ो यात्राÓ के सैलाब को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग रही। राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने ग्रामीणों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। ग्रामीणों ने जगह-जगह इनका स्वागत भी किया। यात्रा के दौरान राहुल- प्रियंका युवा और बच्चों से भी मिले। दोपहर 12 बजे यात्रा डुल्हार फाटा पहुंची।
रोशिया में रात्रि विश्राम
यात्रा के अगले पड़ाव में दोप. लगभग 3.30 बजे यात्रा छैगांवमाखन के लिए निकली। राहुल गांधी सभी ग्रामीणों का उत्साहवर्धन करते हुए यात्रा आरंभ की। राहुल गांधी यहां रात्रि विश्राम के बाद रोशिया के ग्राम खेरदा से शुक्रवार सुबह प्रारंभ व नुक्कड़ नाटक भी हुए और भारत जोड़ो यात्रा अपने अगले पड़ाव में 25 नवंबर को मोरटक्का पहुंचेगी। सांसद राहुल गांधी शुक्रवार शाम 6.30 बजे ओंकारेश्वर में मां नर्मदा की आरती एवं भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन एवं आराधना करेंगे। इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अरूण यादव सहित पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा दिन यह भी हुआ
-राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी कदम ताल करते हुए चलीं। वहीं प्रियंका के बेटे रेहान और पति राबर्ट भी यात्रा में शामिल हैं। राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी यात्रा में शामिल हुए।
- बोरगांव में राहुल गांधी की यात्रा शुरू होने के पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में कार्यक्रम के पाइंट को लेकर संशय की स्थिति रही। बुरहानपुर विधायक और इस रैली के संयोजक सुरेंद्र सिंह शेरा और खंडवा जिले में यात्रा के समन्वयक अवधेश सिसोदिया के बीच यात्रा को लेकर बहस हुई।
- भारत जोड़ो यात्रा में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए। उनके साथ फोटो लेने के लिए युवाओं में जोश दिखाई दिया।
- भारत जोड़ों यात्रा में बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे, ग्रामीणों ने भी जगह-जगह राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा स्वागत किया। यात्रा के दौरान गणगौर नृत्य की प्रस्तुति के साथ कलाकारों ने यात्रा का स्वागत किया।
-दुल्हार गुरुद्वारे से यात्रा का दूसरा चरण दोपहर करीब चार बजे शुरू हुआ। लगभग आठ किलोमीटर की पदयात्रा के बाद ग्राम मोकल गांव में राहुल गांधी का काफिला प्रेमलाल गाडगे के मकान में विश्राम के लिए करीब आधा घंटा रुका।
- बोरगांव दो घंटे में यात्रा करीब आठ किमी चलकर सुबह आठ बजे कुमठी पहुंची। यहां गुरुकृपा फैमिली रेस्टारेंट पर राहुल गांधी रुके और नाश्ता किया। इस स्थल पर हरदा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत मंच लगाया गया था।