राहुल गांधी की देश विरोधी छवि उजागर, स्वर्ण पदक जीतने वाले सुमित की फोटो से "ॐ" और "तिरंगा" काटा
नईदिल्ली।टोक्यो पैरालंपिक में जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीतने वाले सुमित अंतिल को जहाँ एक और पूरे देश ने दिल से बधाई और शुभकामना दी। वहीं कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी अपने एंटी हिन्दू एजेंडे को बढ़ावा देते नजर आए। उन्होंने बधाई के बहाने एक बार फिर हिंदू मान्यताओं को नीचा दिखाने का प्रयास किया।
Congratulations to Sumit Antil for the #Gold .
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2021
The nation applauds your record-breaking grit and determination.
#TokyoParalympics pic.twitter.com/LJdKV0uxNz
दरअसल, राहुल गांधी ने सुमित अंतिल का ट्वीटर पर जो फोटो शेयर किया है। उस फोटो को अपने एजेंडे के अनुरूप क्रॉप कर ओम' और भारतीय तिरंगे को काट दिया है। राहुल गांधी चुनावों के समय मंदिरों की यात्रा कर सॉफ्ट हिन्दुज्म का दिखावा करते है, वहीँ खुद के कौल दत्तात्रेय गोत्र के 'जनेउधारी ब्राह्मण' और शिव भक्त होने का दावा करते नजर आते है। लेकिन समय -समय पर उनका हिन्दू विरोधी और मुलिस्म तुष्टिकरण की राजनीती वाला चेहरा उजागर हो जाता है।
ये है सही तस्वीर -
ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के आधिकारिक ट्वीटर एकाउंट पर वास्तविक तस्वीर शेयर की गई है। जिसमें सुमित ॐ और टीशर्ट पर बने तिरंगे के साथ नजर आ रहें है।
SPEECHLESS 🤩
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 30, 2021
🔥 Sumit Antil sets a WR with his first 66.95m throw!
🔥 Breaks his OWN WR with his second 68.08m attempt!
🔥 Breaks it yet AGAIN in his 5th attempt with 68.55m
🔥 Wins the Men's Javelin F64 #Gold for #IND! #Tokyo2020 #Paralympics #ParaAthletics pic.twitter.com/q3Nl2m1dLM
ट्वीटर पर हुए ट्रोल -
राहुल गांधी इस पोस्ट को शेयर करते ही ट्वीटर पर तेजी से ट्रोल हो गए है।ट्वीटर पर कई लोगों ने राहुल की पोस्ट के जवाब में सुमित की ॐ और तिरंगे के साथ वाली फोटो शेयर की थी। एक यूजर ने राहुल गाँधी को टैग करते हुए कहा, "फ़ोटो को तो क्रॉप कर लोगे, लेकिन हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ी व मेडल लाने वाले भी भगवान के और देश के भक्त हैं। इनके विचार, भावनाओं को क्रॉप नहीं कर सकते… हर जगह टुच्ची मानसिकता दिखानी जरूरी है क्या?"
हिन्दुओं से क्या समस्या -
इसके बाद से लोग उनसे इस संबंध में एक ही सवाल पूछ रहे है की आखिर आपको हिन्दू धर्म और भारतीय तिरंगे से क्या समस्या है? आप बहुसंख्यक हिन्दुओं के इस प्रतिक को पसंद क्यों नहीं करते है? खुद को हिन्दू बताना और मंदिर जाना क्या छलावा है ?