Breaking News: रायसेन में 50 से अधिक नाबालिक बच्चों से करवाया जा रहा था शराब बनाने का काम, 20 लड़कियां भी शामिल, देखें वीडियो
मध्यप्रदेश के रायसेन जिले से एक के बाद एक बाल श्रम के ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे। हाल ही में आयी एक खबर के अनुसार सोम डिस्टलरी शराब फेक्ट्री से राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम ने बाल मज़दूरी करने वाले 50 बच्चों को रेस्क्यू किया है।
खबरों के अनुसार बाल श्रम निरोधक माह के अंतर्गत National Commission for Protection of Child Rights (NCPCR) ने बचपन बचाओ आंदोलन से प्राप्त शिकायत के आधार पर आज रायसेन ज़िले में सोम डिस्टलरी नामक शराब बनाने वाली फ़ैक्टरी में निरीक्षण किया गया जहां 50 से अधिक बच्चे शराब बनाने का काम करते हुए पाए गए हैं, हैरान कर देने वाली बात यह है कि इनमें 20 लड़कियाँ भी शामिल हैं।
यह संस्थान सरकार के आबकारी विभाग की देखरेख में संचालित है, आबकारी अधिकारी का दफ़्तर भी यहीं परिसर में है।
रसायनों के सम्पर्क में रहने से कई बच्चों के हाथ की चमड़ी भी जल चुकी है, बच्चों को रेस्क्यू करने एवं FIR दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है।
आबकारी अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए सरकार को नोटिस जारी किया जा रहा है। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) का के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है।
बाल श्रम निरोधक माह के अंतर्गत @NCPCR_ को बचपन बचाओ आंदोलन से प्राप्त शिकायत के आधार पर आज रायसेन ज़िले में सोम डिस्टलरी नामक शराब बनाने वाली फ़ैक्टरी में निरीक्षण किया गया जहां 50 से अधिक बच्चे शराब बनाने का काम करते हुए पाए गए हैं इनमें 20 लड़कियाँ भी हैं।
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (मोदी का परिवार) (@KanoongoPriyank) June 15, 2024
यह संस्थान सरकार के… pic.twitter.com/8KrabMZyZB
इससे एक दिन पहले ही रायसेन जिले में तीन फैक्ट्रियों से 25 लड़कियों और 11 लड़कों को रेस्क्यू किया गया है। जिसके बाद इन फैक्ट्रियों के मालिकों के खिलाफ बाल श्रम कराने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।