बिहार : राजद सुप्रीमों का वायरल ऑडियो और राज्यसभा की सीट पर उपचुनाव से राजनीतिक हलचल तेज
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पटना/वेब डेस्क। बिहार से राज्यसभा की एक रिक्त सीट के उप चुनाव के लिए गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। उम्मीदवार पटना प्रमंडल कार्यालय में तीन दिसंबर तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। नामांकन सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक होगा। चार दिसंबर को नामांकन की जांच होगी। पांच दिसंबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा। इसके बाद आवश्यकता होने पर 14 दिसंबर की सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और फिर चुनाव का परिणाम घोषित किया जायेगा।
निर्वाचन आयोग ने इस उप चुनाव के लिए पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल को निर्वाची पदाधिकारी और बिहार विधानसभा के सचिव भूदेव राय को सहायक निर्वाची पदाधिकारी नामित किया है।
उल्लेखनीय है कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान के निधन से यह सीट खाली हुई है। इसके बाद उस पर उप चुनाव कराया जा रहा है। पासवान का कार्यकाल अप्रैल 2024 तक था, लेकिन उनका निधन पिछले 08 अक्टूबर को हो गया।
ऑडियो वायरल होने के बाद राजद सुप्रीमो लालू को तिहाड़ भेजने की उठी मांग
बिहार में विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के ऑडियो ट्वीट के बाद सत्ता पक्ष के नेताओं ने बुधवार को तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि लालू प्रसाद को झारखंड से बाहर की जेल में भेजा जाए।
नवनिर्वाचित सरकार में मंत्री जीवेश मिश्र ने कहा है कि लालू प्रसाद चारा घोटाला सहित अन्य मामलों में सजायाफ्ता हैं। यदि उनके पास मोबाइल पहुंचा और उसका इस्तेमाल इस तरह से किया गया है तो यह झारखंड सरकार पर प्रश्न चिन्ह है। ऐसे में लालू प्रसाद को झारखंड की जेल से निकालकर अन्य किसी बेहतर जगह भेज देना चाहिए।
भाजपा विधायक नीरज बबलू ने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की कार्रवाई शुरू करने से पहले लालू प्रसाद को अविलंब तिहाड़ जेल भेज देना चाहिए। बताते चलें कि मंगलवार को पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडलर पर इस बारे में लिखा कि लालू यादव रांची जेल से एनडीए के विधायकों को फोन करके मंत्री बनाने का वादा कर रहे हैं। जब उन्होंने स्वयं किसी नये नंबर से इस मोबाइल नंबर पर फोन किया, तो लालू प्रसाद ने ही सीधे फोन उठाया।
इस पर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेल के अंदर से इस तरह की हरकत मत कीजिये, आप इस तिकड़म में सफल नहीं हो पायेंगे। इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारे में सरगर्मी काफी तेज हो गयी है।