'विद्या भारती के कार्य की प्रेरणा का केंद्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ' - सह संगठन मंत्री डॉ.राम मनोहर
लखनऊ। "विद्या भारती से जुड़े सभी जन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हैं। संघ हमारा मूल (जड़) है। संघ की स्थापना 1925 में विजयदशमी को नागपुर के मोहिते के बाड़ा नामक स्थान पर परमपूज्य डॉ.केशवराव बलिराम हेडगेवार ने की थी। हम सभी इस प्रकार सहयोगी बने कि यह देश हमारा है। परिवार प्रबोधन हो।" उक्त बातें अखिल भारतीय विद्या भारती पूर्वी क्षेत्र के सह संगठन मंत्री डॉ.राम मनोहर ने कहीं। वह निराला नगर के सरस्वती कुंज में चल रहे क्षेत्रीय व्यक्तित्व विकास वर्ग के सप्तम दिवस गुरुवार को प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन कर रहे थे।
द्वितीय सत्र में अवध प्रांत के निरीक्षक रामजी सिंह ने छात्र संगठन के विषय पर चर्चा की। प्राथमिक वर्ग में शिशु भारती, प्राथमिक से ऊपर माध्यमिक तक छात्र संसद, बहनों के लिए कन्या भारती का गठन किया जाता है।इससे विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक भावना का विकास होता है।
तृतीय सत्र में डॉ.राम मनोहर ने आधारभूत विषयों का महत्व एवं उनके क्रियान्वयन विषय पर अपना पाथेय प्रदान किया। चतुर्थ सत्र में क्षेत्रीय बालिका शिक्षा के संयोजक उमाशंकर मिश्र ने कक्षा शिक्षण, निरीक्षण, आख्या लेखन, लिखित कार्य निरीक्षण, नियोजन एवं अनुवर्ती प्रयत्न विषय पर सभी का मार्गदर्शन किया।
पंचम सत्र शारीरिक का रहा जिसमे संघ की शाखा लगाना, योग, व्यायाम, समता आदि सिखाई गयी। इस दौरान क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख दिनेश सिंह, सह प्रमुख कमलेश सिंह, संभाग निरीक्षक विजय शंकर, शिवम तिवारी, सचिन अवस्थी, अभयराज, रश्मि, शशि, भावना, अमर, चंद्रेश, विजय बहादुर, मनीष, सत्यप्रकाश, आशीष , संतोष, प्रदीप, अवधेस, समीर, मनोज, ओमप्रकाश, प्रशांत, पंकज, राकेश, आलोक, गिरजेश राम आदि मौजूद रहे।