शिवसेना नेता संजय राउत पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर, किसान आंदोलन को दिया समर्थन
- अक्टूबर तक चलेगा आंदोलन
- गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैफिक की आवाजाही बंद
नईदिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी की सीमाओं पर जारी आंदोलन का आज 69वां दिन है। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद किसान आंदोलन का राजनीतिकरण हो गया है। जय राजनीतिक दलों और कई नेताओं ने इसे समर्थन दिया है। इसी कड़ी में आज शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर राकेश टिकैत से भेंट की। हालांकि यहां भीड़ अधिक होने की वजह से वह मंच साझा नहीं कर सकें।
संजय राउत ने कहा हमारे शिवसेना के सभी सांसद यहां आए हैं। राकेश टिकैत से बात हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था हमने दे दिया है। हम पूरी ताकत से उनके साथ रहेंगे। सरकार को ठीक से बात करनी चाहिए, बात में राजनीति नहीं आनी चाहिए।
वहीँ राकेश टिकैत ने कहा की यदि विपक्ष हमारा समर्थन करता है तो हमने कोई समस्या नहीं है, लेकिन आंदोलन का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा की यदि कोई नेता आटा है तो हम कुछ नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी। नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।
पुलिस ने ट्रैफिक किया बंद -
पिछले दो महीने से जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से गाजीपुर बॉर्डर को ट्रैफिक की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। तीनो सिंघु, टिकरी, और गाजीपुर से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर कई जगह प्रशासन ने कीलें बिछाई है। जिससे आम नागरिकों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खुला वैकल्पिक मार्ग -
ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आउटर रेंज ने जानकारी देते हुए बताया कि आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपुरा और लोनी सीमाओं से वैकल्पिक मार्ग ले सकते है। सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाबल तैनात किया गया है। उधर, किसान संगठनों का कहना है कि पुलिस जगह-जगह डीजे बजा रही है, जिसमें संदेशे आते हैं जैसे मशहूर गाने चल रहे हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति ने मांग की है पुलिस के पास बज रहे डीजे को बंद किया जाए, क्योंकि इससे उन्हें दिक्कत हो रही है।