उतरप्रदेश: UP में निवेशकों को आकर्षित करने में DM और कमिश्नर की जवाबदेही तय, निवेश और सीडी रेशियो की करेंगे मॉनिटरिंग
UP में निवेशकों को आकर्षित करने में DM और कमिश्नर की जवाबदेही तय
UP News : उत्तरप्रदेश। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उतरप्रदेश में विभिन्न जिलों के DM और कमिश्नर की भूमिका बड़ा दी है। अब DM और कमिश्नर को उनके जिले में निवेश और सीडी रेशियो की मॉनिटरिंग करनी होगी। साल के शुरू में हर जिले को बताया जाएगा कि, 1 अप्रैल को उनका सीडी रेशियो क्या है? अगले साल की ACR रिपोर्ट के समय DM और कमिश्नर को बताना होगा कि, 31 मार्च तक उनके जिले का सीडी रेशियो कहां तक पहुंचा? उन्हें यह भी बताना होगा कि, उनके प्रयासों से उनके जिले में कितना इन्वेस्टमेंट आया, रोजगार के कितने अवसर सृजित हुए। इस निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री के निर्देश पर लिया गया यह एक ऐतिहासिक निर्णय है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि, जिलाधिकारी और मंडलायुक्त की रिपोर्ट (ACR) में निवेश और सीडी रेशियो के प्रयास दर्ज होंगे। जिले में डीएम के कार्यकाल में कितना निवेश आया और कितना सीडी रेशियो बढ़ा ? निवेश से कितने रोजगार सृजित हुए, कितने युवाओं को नौकरी मिली इसकी जानकारी भी रिपोर्ट में दी जाएगी।
जिले में निवेश, लोन संबंधी प्रगति बतानी होगी :
योगी सरकार के इस निर्णय के बाद अब जिलाधिकारी और मंडलायुक्त निवेश और सीडी रेशियो पर विशेष ध्यान देंगे। वार्षिक आधार पर निवेश और सीडी रेशियो की मॉनिटरिंग होगी। इस तरह उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर DM और कमिश्नर की भूमिका बड़ गई है। अब सालाना ACR में DM और कमिश्नर को अपने जिले में निवेश, लोन संबंधी प्रगति को लिखना होगा।
महाराष्ट्र के बाद सीडी रेशियों में यूपी नंबर दो पर :
मुख्य सचिव ने कहा कि, बेहतर कार्य करने वाले जिलाधिकारियों की ACR भी बेहतर बनेगी। मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि, उत्तर प्रदेश का CD (क्रेडिट डेबिट) रेशियो बढ़ा है। महाराष्ट्र के बाद सीडी रेशियों में यूपी नंबर दो पर है। जहां सीडी रेशियो कम है वहां आर्थिक गतिविधियां भी कम हैं।
अपॉइंटमेंट, सेल्फ एंप्लॉयमेंट की रिपोर्ट ली जाएगी :
जानकारी के अनुसार, सभी मंडलायुक्त, डीएम से मासिक रिपोर्ट लेंगे। अपॉइंटमेंट, सेल्फ एंप्लॉयमेंट बढ़ाने के लिए क्या किया यह भी पूछेंगे। इस तरह कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ - साथ अब जिले में निवेश और रोजगार बढ़ाने की जिम्मेदारी भी डीएम ही निभाएंगे।
अधिक सीडी रेशियो वाले जिले :
अमरोहा -77 प्रतिशत
संबल - 91 प्रतिशत
पीलीभीत - 89 प्रतिशत
मुजफरनगर - 84 प्रतिशत
कम सीडी रेशियो वाले जिले :
उन्नाव
बलरामपुर
श्रावस्ती