सावन में शिवलिंग पर अर्पित प्रसाद खाना चाहिए या नहीं, जानिए क्या कहती है मान्यता
Sawan 2024: सावन का पवित्र महीना चल रहा है वही पर इस महीने में भगवान शिव की आराधना शिवभक्त भक्तिभाव से करते हैं। इस सावन में सोमवार के दिन भगवान शिव और शिवलिंग की पूजा कर उनके भक्त शुभ आशीष प्राप्त करते है। भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करने के साथ भोग अर्पित किया जाता है।
भगवान शिव को लगाया जाता हैं भोग
आपको बताते चलें कि, पूजा पाठ के दौरान भोलेनाथ को उनकी पसंद का भोग भी लगाया जाता है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद ग्रहण कर लेते है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद ग्रहण करना चाहिए या नहीं? इस विषय में क्या कहते हैं ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार चलिए जानते इसके बारे में।
जानिए शिवलिंग पर प्रसाद चढ़ाने से मिलता है फायदा
आपको बताते चलें, शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग पर प्रसाद चढ़ाने के फायदे होते हैं। इसमें पापों का अंत हो जाता है और इससे बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। इससे जीवन में दिव्यता का संचार होता है। इसको लेकर एक कथा बताई जाती है कथा के अनुसार भगवान शिव के मुंह से चंडेश्वर नामक गण प्रकट हुआ था।शिवजी के चंडेश्वर को भूत-प्रेतों का प्रधान बना दिया। साथ ही भगवान ने शिवलिंग पर चढ़ाए प्रसाद पर इसको अधिकार दे दिया। मान्यता है कि, शिवलिंग का प्रसाद खाना चंडेश्वर यानी भूतों का खाना खाने जैसा माना गया है। इसलिए मनुष्यों को यह नहीं खाना चाहिए।
शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद के सेवन के नियम
आपको बताते चलें, धार्मिक ग्रंथों और विद्वानों के अनुसार तांबे, सोने, चांदी आदि धातुओं से बने शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद खाया जा सकता है। पारद शिवलिंग पर भी प्रसाद चढ़ाने के बाद खा सकते हैं और घर भी ले जा सकते हैं। इन धातुओं से बने शिवलिंग का प्रसाद खाने से किसी भी प्रकार का कोई दोष नहीं लगता है।भगवान शिव की प्रतिमा पर चढ़ाया गया भोग, प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जा सकता है। ऐसा करने से प्रसाद ग्रहण करने वाले भक्तों को पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।