सेंसेक्स ने लगाया 1800 पॉइंट्स का गोता, निफ्टी 550 अंक नीचे आया
मुंबई।इस सप्ताह का आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए जोरदार बिकवाली वाला दिन साबित हुआ। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के खतरे को लेकर ग्लोबल मार्केट में मची खलबली का असर आज भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा, जिसके कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों जगहों पर कारोबार में करीब 3 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
जोरदार बिकवाली के कारण बीएसई का सेंसेक्स 31 अगस्त के बाद पहली बार 57 हजार अंक के दायरे से नीचे लुढ़क कर गया। बाजार में बिकवाली का दवाब इतना ज्यादा था कि दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 1800 अंक से अधिक की और निफ्टी में 550 अंक से ज्यादा की गिरावट आ गई। हालांकि कारोबार के अंत में इंट्रा-डे सेटलमेंट के कारण ये दोनों सूचकांक निचले स्तर से मामूली सुधार के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स का हाल -
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स आज 540.30 अंक की कमजोरी के साथ 58,254.79 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही बाजार में बिकवाली का दबाव बन गया। विदेशी शेयर बाजार में आई कमजोरी के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में भी तेज बिकवाली कर अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से सेंसेक्स अगले 10 मिनट में ही 880.94 अंक गिरकर 57,914.15 अंक के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इस गिरावट के बाद शेयर बाजार में खरीदार एक्टिव हो गए, जिनके सपोर्ट से सेंसेक्स की स्थिति में कुछ सुधार हुआ।
खरीदारी के बल पर कुछ पल के लिए ये सूचकांक 58,174.29 अंक के स्तर पर पहुंचा, लेकिन इसके बाद बिकवाली शुरू हो गई। ये बिकवाली दिन के 11 बजे तक जारी रही। इसके बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने खरीदारी करके शेयर बाजार को संभालने की कोशिश की। करीब 1 घंटे तक बाजार में खरीदारी का थोड़ा असर नजर भी आया, लेकिन उसके बाद फिर बिकवाली शुरू हो गई।
निफ्टी में गिरावट -
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी आज 197.50 अंक की कमजोरी के साथ 17,338.75 अंक के स्तर पर खुला। शुरुआत में ही विदेशी निवेशकों द्वारा अपना पैसा निकालने की कोशिश में की गई तेज बिकवाली के कारण निफ्टी शुरुआती 10 मिनट के कारोबार में ही 264.25 अंक का गोता लगाकर 17,272 अंक के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इस स्तर पर बाजार में लिवाल भी एक्टिव हो गए और उन्होंने खरीदारी करके बाजार को संभालने की कोशिश भी की। इस खरीदारी के बल पर निफ्टी उछलकर कुछ क्षण के लिए 17,355.40 अंक के स्तर तक पहुंचा। लेकिन इसके बाद दोबारा बिकवाली शुरू हो जाने के कारण निफ्टी एक बार फिर नीचे की ओर लुढ़क गया।
बाजार में बीच-बीच में खरीदारी का जोर बनाने की कोशिश भी चलती रही, जिसके कारण निफ्टी में कई बार सुधार होता हुआ नजर भी आया। लेकिन ग्लोबल मार्केट से लगातार आ रहे नेगेटिव इंडिकेशंस के कारण शेयर बाजार में लगातार जोरदार बिकवाली होती रही। जिसकी वजह से घरेलू संस्थागत निवेशकों की बाजार को संभालने की कोशिश सफल नहीं हो सकी।लगातार हो रही बिकवाली के कारण 3 बजे के करीब निफ्टी 550.55 अंक की गिरावट के साथ 16,985.0 अंक के स्तर पर पहुंच गया। इस गिरावट के साथ ही निफ्टी 31 अगस्त के बाद पहली बार 17 हजार अंक के दायरे से नीचे पहुंचा। हालांकि आखिरी वक्त में दिन के सौदों के निपटारे के कारण निफ्टी निचले स्तर से करीब 40 अंक की रिकवरी करके 509.80 अंक की कमजोरी के साथ 17,026.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
कोरोना का असर -
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वेरिएंट मिलने की खबर और कुछ यूरोपीय देशों में एक बार फिर लॉकडाउन लगने की आशंका को लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में मची खलबली की वजह से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजार से अपना पैसा निकालने के लिए लगातार बिकवाली करते रहे जिसके कारण सेंसेक्स पर भी लगातार दबाव बना रहा। दिन के कारोबार के दौरान 3 बजे के करीब सेंसेक्स 1,801.20 अंक की गिरावट के साथ 31 अक्टूबर के बाद पहली बार 57 हजार अंक से भी नीचे लुढ़क कर 56 हजार अंक के दायरे में 56,993.89 अंत तक पहुंच गया। हालांकि कारोबार के आखिरी मिनटों में इंट्रा-डे सेटेलमेंट के कारण सेंसेक्स में निचले स्तर से करीब 113 अंक का सुधार हुआ। जिसकी वजह से ये सूचकांक 1,687.94 अंक की गिरावट के साथ 57,107.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ।