महाविकास अघाड़ी की बैठक से शिवसेना ने बनाई दूरी, गठबंधन से बाहर आने की अटकलें
मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच राज्यपाल द्वारा बहुमत सिद्ध करने के लिए कहने के बाद अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल छा गए है। राज्यपाल ने कल शाम 5 बजे तक की डेडलाइन दी है। इसके बाद भाजपा और शिंदे गुट मिलकर सरकार बनाने की तैयारी में जुट गए है। वहीँ महाविकास अघाड़ी में दरार की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है की शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस से दूरी बना ली है। उद्धव ठाकरे के इस कदम से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
दरअसल, विधानसभा के विशेष सत्र से पहले राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाविकास आघाड़ी के घटक दलों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, कांग्रेस के बालासाहेब थोरात एवं अशोक चव्हाण शामिल हुए। लेकिन शिवसेना की ओर से नाही उद्धव ठाकरे और नाही कोई अन्य नेता शामिल हुआ। शिवसेना के इस रुख के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया भूचाल आ गया है। अघाड़ी दल के नेता समेत सभी राजनीतिक जानकार हैरान है।
सूत्रों का कहना है की शिवसेना विशेष सत्र में महाविकास आघाड़ी से अलग होने का निर्णय कर सकती है। हालांकि इस संबंध में शिवसेना की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। शिवसेना के इस रुख से कयास लगाया जा रहा है कि उद्धव आज शाम तक सुप्रीम कोर्ट के रुख को देखने के बाद महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। बैठक के बाद कांग्रेस तथा राकांपा नेताओं ने भी कोई बयान नहीं दिया।