शिवराज मंत्रिमंडल का गठन, 5 मंत्रियों ने ली शपथ, सिंधिया कोटे से 2 लोग शामिल
ग्वालियर/भोपाल। कोरोना क्राइसिस के बीच शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट का विस्तार हो गया है। टीम शिवराज में 5 लोगों को शामिल किया गया है। दिल्ली से सोमवार शाम को हरी झंडी मिलने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गवर्नर लालजी टंडन से बात की थी। उसके बाद राजभवन में शपथग्रहण की तैयारी शुरू हो गई थी। सबसे पहले नरोत्तम मिश्रा ने शपथ ली है।
उसके बाद सिंधिया खेमे के तुलसी सिलावट ने शपथ ली। तुलसी सिलावट कमलनाथ की सरकार में भी स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं। तुलसी के बाद बीजेपी विधायक कमल पटेल ने मंत्री पद की शपथ ली है। कमल पटेल हरदा से विधायक हैं।ये पूर्व सीएम उमा भारती के करीबी हैं। इसके साथ ही सिंधिया कोटे से गोविंद सिंह राजपूत ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। गोविंद सिंह राजपूत कमलनाथ की सरकार में परिवहन मंत्री रहे हैं।
मानपुर से 5 बार विधायक रहीं मीना सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली हैं। बीजेपी ने जो टॉस्क फोर्स बनाई थी, उसमें भी मीना सिंह शामिल थी। पार्टी की आदिवासी चेहरा हैं। बताया जाता है कि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की करीबी हैं।
इस बार शिवराज कैबिनेट में जातिगत समीकरणों को साधने की कोशिश की गई है। 5 मंत्री 5 समाज से आते हैं। इसके साथ ही हर खेमे के लोगों को भी तवज्जो दी गई। कमल पटेल कुर्मी समुदाय से आते हैं, नरोत्तम मिश्रा ब्राह्मण, मीना सिंह आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करती हैं, साथ ही महिला भी हैं। राजपूत समाज से गोविंद सिंह राजपूत को जगह मिली हैं और तुलसी सिलावट अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं।
टीम शिवराज के गठन में इस बार पूरी तरह से दिल्ली की चली है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुहर के बाद ही कैबिनेट का विस्तार हुआ है। आखिरी वक्त बीजेपी के दो बड़े नेताओं का नाम चल रहा था, जिसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह शामिल हैं। बाद में दिल्ली से साफ कर दिया गया कि अभी टीम छोटी ही रहेगी। भूपेंद्र सिंह तो शपथ के लिए भोपाल पहुंच भी गए थे। पार्टी से हरी झंडी नहीं मिली तो वह वापस सागर चले गए।