बहुत सख्त हैं UP के सीएम: योगी के साथ कदम ताल असान नहीं, IAS अफसरों ने किया केंद्र का रूख...

योगी के साथ कदम ताल असान नहीं, IAS अफसरों ने किया केंद्र का रूख...

UP में सीनियर IAS अफ़सरो की कमी

Senior IAS Officers Shortage In UP : उत्तरप्रदेश। UP की ब्यूरोकेसी में इन दिनों सीनियर आईएएस अधिकारियों की कमी चल रही है। ACS स्तर के 16 पद हैं लेकिन मात्र 11 अफसर इस समय इन पदों पर काम कर रहे हैं। कुछ यही हाल निज सचिव और सचिव स्तर का है। उत्तरप्रदेश में हालात ये हैं कि, यहां स्वीकृत पदों की सख्या के मुकाबले 92 IAS अफ़सरो की कमी है। कुछ अधिकारी तो रिटायर हो चुके हैं लेकिन कुछ की नियुक्ति अब केंद्र में हो गई है। चर्चा है कि, उत्तरप्रदेश में अफसरों की कमी का कारण योगी सरकार है। बड़े से लेकर छोटे अधिकारी सीएम की सख्ती से इस कदर डरे हुए हैं कि, उन्हें अब केंद्र सरकार की नौकरी रास आने लगी है।

ये उत्तरप्रदेश में अफसरशाही का आंकड़ा :

ACS स्तर के लिए 16 पद हैं लेकिन सिर्फ़ 11 IAS अफ़सर इस समय पद पर तैनात हैं।

PS स्तर के 36 पद हैं। यहां भी मात्र 29 IAS अफ़सर तैनात हैं।

सेकेट्री के स्तर पर हाल तो और खराब हैं। यहां 96 पदों पर सिर्फ 58 IAS अफ़सर हैं।

उत्तरप्रदेश में 652 IAS अफ़सर होने चाहिए सिर्फ 560 IAS अफ़सर मौजूद है।

उत्तरप्रदेश को IAS 2022 बैच में 14 अफ़सर तो 2023 बैच में 16 IAS अफ़सर मिले हैं।

प्रदेश में स्वीकृत पदों की सख्या के मुकाबले 92 IAS अफ़सरो की कमी है।

बता दें कि, दो एसीएस डॉ.रजनीश चतुर्वेदी और एसपी गोयल केंद्र में जाने के लिए आवेदन कर चुके हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आद्रा वामसी की केंद्र में जाने की अर्जी हाल ही में मंजूर हुई है। वहीं वरिष्ठ अधिकारी सुजीत कुमार के लिए भी केंद्र ने हरी झंडी दिखा दी है। कई बड़े अफसर 31 जुलाई को रिटायर हुए हैं।

उत्तरप्रदेश के ये अफसर अब केंद्र में अहम पदों पर :

1989 बैच के सीनियर IAS भुवनेश कुमार चतुर्वेदी केंद्रीय कृषि विभाग में सचिव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर गए हैं।

1991 बैच के IAS कामरान रिजवी 2017 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इस समय में वे एडिश्नल सेक्रेटरी हाउसिंग के पद पर तैनात हैं।

1991 बैच की निवेदिता मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। उन्‍हें केन्‍द्र में चार साल पूरे हो गए हैं।

1994 बैच के अधिकारी अमित घोष 2017 से केंद्रीय प्रति नियुक्ति पर हैं। उनका रिटायरमेट दिसंबर 2026 में है।

1995 बैच के भुवनेश कुमार 2021 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।सीएम योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में उनके पास MSME, टेक्निकल एजुकेशन, वित्त सचिव जैसे अहम पद थे।

1995 बैच के आईएस अधिकारी मृत्युजय कुमार नारायण 2019 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

1995 बैच के आमोद कुमार भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। वे दिसंबर, 2021 में केंन्‍द्र में गए थे।

1996 बैच के IAS अधिकारी धीरज साहू नीतीश्वर कुमार, अनीता सी मेश्राम, कामिनी चौहान रतन और वी हेकाली झिमोमी भी दिल्ली में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं।

1996 बैच के IAS अधिकारी संतोष यादव इस समय NHAI के चेयरमैन हैं।

1987 बैच के IAS अधिकारी अरुण सिंघल भी केन्द्र में सचिव हेल्थ मेडिकल के पद पर तैनात हैं। सिंघल का रिटायरमेंट अप्रैल 2025 में है।

1990 बैच की IAS, अर्चना अग्रवाल एनसीआर प्लानिंग में मेंबर सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं। अर्चना अग्रवाल सितम्बर 2026 में रिटायरमेंट होंगी।

उत्तरप्रदेश के अधिकारियों को केंद्र की नौकरी रास आने की अहम वजह योगी सरकार की कार्यशैली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी इसी शैली के लिए देश भर में मशहूर भी हैं। भले ही सरकार की सख्ती के कारण इस समय उत्तरप्रदेश में अफसरों की कमी हो लेकिन इससे प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।

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