Tirupati Laddu Controversy: SIT आज तिरुपति मंदिर का करेगी दौरा, मंदिर प्रशासन के अधिकारियों के साथ करेंगे बैठक
Tirupati Laddu Controversy Explain
Tirupati Laddu Controversy : तिरुपति प्रसादम (लड्डू) विवाद की जांच के लिए बनी एसआईटी आज तिरुपति मंदिर का दौरा करेगी। इस दौरान एसआईटी की टीम मंदिर प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। बताया जा रहा है कि बैठक प्रसादम से जुड़ें कुछ सवाल जवाब होंगे। दरअसल ,आंध्र प्रदेश सरकार ने प्रसिद्ध तिरुमाला वेंकन्ना लड्डू तैयार करने में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में कथित मिलावट की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। बताया जा रहा है कि एसआईटी तिरुमाला में पिछली YSR कांग्रेस पार्टी के शासन के दौरान कथित तौर पर हुई अन्य अनियमितताओं की भी जांच करेगी।
विशेष जांच दल ये अधिकारी शामिल
SIT का नेतृत्व गुंटूर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी करेंगे। इसके अलावा एसआईटी टीम में विशाखापत्तनम रेंज के उप महानिरीक्षक आईपीएस, गोपीनाथ जट्टी, वाईएसआर कडप्पा जिले के पुलिस अधीक्षक आईपीएस वी हर्षवर्धन राजू और तिरुपति जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वेंकट राव शामिल हैं। अन्य सदस्यों में पुलिस उपाधीक्षक जी सीताराम राव और जे शिवनारायण स्वामी, अन्नामय्या जिले में स्पेशल ब्रांच के निरीक्षक टी सत्यनारायण, विजयवाड़ा में एनटीआर पुलिस आयुक्तालय के निरीक्षक के उमामहेश्वर, और चित्तूर जिले के कल्लूरु के एक सर्कल इंस्पेक्टर एम सूर्यनारायण शामिल हैं।
ये है पूरा मामला
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछले हफ्ते दावा किया कि पिछली जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में परोसे जाने वाले लड्डू में एनिमल फैट सहित घटिया सामग्री पाई गई थी। गुजरात की एक निजी लैब की रिपोर्ट का हवाला देते हुए नायडू ने घी में 'बीफ टैलो', 'लार्ड' (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का आरोप लगाया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि उनके शासन में कोई उल्लंघन नहीं हुआ। रेड्डी ने नायडू पर 'भगवान के नाम पर राजनीति' करने का भी आरोप लगाया और मुख्यमंत्री को 'एक रोगग्रस्त और आदतन झूठा' कहा।