बिहार में अब तक 12 पुल ने ली जलसमाधी, सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया मामला, अब जज साहब देंगे फैसला

बिहार में अब तक 12 पुल ने ली जलसमाधी, सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया मामला, अब जज साहब देंगे फैसला
Bihar Bridge Collapse Supreme Court PIL : जनहित याचिका में कहा गया है कि, बिहार में सभी निर्माणाधीन पुलों का ऑडिट होना चाहिए।

Bihar Bridge Collapse Supreme Court PIL : बिहार। एक महीने में एक के बाद एक 12 पुल जलसमाधि ले चुके हैं। अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बुधवार को ही छपरा और सीवान में पुल गिरे थे। इन सभी मामलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक पीआईएल दायर कर दी गई है। जनहित याचिका में कहा गया है कि, बिहार में सभी निर्माणाधीन पुलों का ऑडिट होना चाहिए। इसके आलावा कमजोर पुल को धवस्त करने के निर्देश देने की भी मांग की गई है।

ब्रजेश सिंह बनाम बिहार राज्य और अन्य केस में कहा गया है कि, पिछले 15 दिनों में बिहार राज्य से पुलों के ढहने की नौ घटनाएं सामने आई हैं। याचिका में इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है, क्योंकि पिछले दो वर्षों में बिहार में कई निर्माणाधीन और मौजूदा पुल ढह गए हैं। इस तरह की घटनाओं से लोगों की जान खतरे में तो आती ही है साथ ही साथ सरकार के वित्तीय संसाधन का भी नुकसान होता है।

याचिका में कहा गया है कि, बिहार में पुलों के लगातार ढहने से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि कोई सबक नहीं सीखा गया है और पुलों जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।

तेजस्वी यादव ने पुल गिरने की घटना पर सरकार को घेरा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि, 4 जुलाई यानि आज सुबह बिहार में एक पुल और गिरा। कल 𝟑 जुलाई को ही अकेले 𝟓 पुल गिरे। 𝟏𝟖 जून से लेकर अभी तक 𝟏𝟐 पुल ध्वस्त हो चुके है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन उपलब्धियों पर एकदम खा़मोश एवं निरुत्तर है। सोच रहे है कि इस मंगलकारी भ्रष्टाचार को जंगलराज में कैसे परिवर्तित करें?'

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