उत्तराखंड एवलांच: रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 50 मजदूर बचाए गए, 5 लापता, पढ़िए पूरी अपडेट...

रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 50 मजदूर बचाए गए, 5 लापता, पढ़िए पूरी अपडेट...
X

उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली में भारत-चीन सीमा के पास माणा गांव में आए भीषण हिमस्खलन ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। शुक्रवार को हुए इस हादसे के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है जिसमें अब तक 50 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि 4 मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई है। अभी भी 5 मजदूर लापता हैं, जिनकी तलाश में रेस्क्यू टीमें जुटी हुई हैं।

6 राज्यों के मजदूर फंसे

हिमस्खलन की चपेट में आए मजदूरों में बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब के लोग शामिल हैं। इनमें से:

  • बिहार - 11 मजदूर
  • उत्तर प्रदेश - 11 मजदूर
  • उत्तराखंड - 11 मजदूर
  • हिमाचल प्रदेश - 7 मजदूर
  • जम्मू-कश्मीर - 1 मजदूर
  • पंजाब - 1 मजदूर

फिलहाल 13 मजदूरों का कोई संपर्क नहीं हो पाया है, उनके मोबाइल भी बंद हैं, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

सेना और प्रशासन का राहत अभियान तेज

हिमस्खलन की सूचना मिलते ही सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF की टीमों ने मौके पर पहुंचकर तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। करीब 200 से ज्यादा जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। मदद के लिए 4 हेलिकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि अब तक 50 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि 5 की तलाश जारी है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, बचाव कार्य की तस्वीरें आईं सामने

घटना के बाद से ही लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सेना के हेलिकॉप्टरों से बर्फ में दबे मजदूरों को खोजा जा रहा है, वहीं ITBP और SDRF की टीमें जमीनी स्तर पर बचाव अभियान चला रही हैं। हिमस्खलन प्रभावित इलाके की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें बर्फ में दबे कंटेनर, राहत कार्य में जुटे जवान और डरे-सहमे मजदूरों की झलक देखी जा सकती है।






गंभीर घायलों को AIIMS शिफ्ट करने की तैयारी

चमोली डीएम के मुताबिक, 27 मजदूरों को जोशीमठ के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 3 की हालत गंभीर है। इन गंभीर मजदूरों को AIIMS ऋषिकेश शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है।

कैसे हुआ हादसा?

यह हादसा चमोली-बद्रीनाथ हाईवे पर हुआ, जहां बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के कुल 55 मजदूर काम कर रहे थे। ये सभी कंटेनर हाउस में रह रहे थे। शुक्रवार दोपहर अचानक भारी मात्रा में बर्फ का पहाड़ खिसका और मजदूरों का कंटेनर इसकी चपेट में आ गया। देखते ही देखते मजदूर बर्फ में दब गए और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

CM धामी ने लिया जायजा, PM मोदी ने ली जानकारी

शनिवार सुबह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद घटनास्थल पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मजदूरों से भी मुलाकात की और उनका हाल जाना। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बात की और रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरी जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रशासन को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।

सरकार ने दिए जांच के आदेश

उत्तराखंड सरकार ने इस पूरे हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। नजरें अब 5 लापता मजदूरों पर

रेस्क्यू टीमों का पूरा फोकस अब लापता मजदूरों को तलाशने पर है। प्रशासन को उम्मीद है कि जल्द से जल्द इन मजदूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

Tags

Next Story