भारत में 6 कंपनियां करेंगी स्पुतनिक का उत्पादन : सांबित पात्रा

भारत में 6 कंपनियां करेंगी स्पुतनिक का उत्पादन : सांबित पात्रा
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नईदिल्ली। विपक्ष द्वारा ये भ्रम फैलाया जा रहा है कि केंद्र सरकार बाहर से देश में वैक्सीन लाने के लिए उचित कदम नहीं उठा रही।सच ये है कि विगत वर्ष के मध्य से ही वैक्सीन के इंपोर्ट के लिए भारत सरकार पूरी तरह लगी है।सरकार की बातचीत का ही नतीजा रहा है कि रूस की स्पूतनिक वैक्सीन भारत लाई गई और किस प्रकार डॉ. रेड्डी लैब के साथ उसका उत्पादन भारत में बढ़ाया जाएगा, अब वो तकनीक भी भारत में लायी जाएगी। ये बात भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सांबित पात्रा ने वर्चुअल प्रेसवार्ता में कहीं।

उन्होंने बताया की भारत बायोटेक के पास अपना लाइसेंस है। केंद्र सरकार ने ये निर्धारित किया कि भारत बायोटेक अपने लाइसेंस को तीन और कंपनियों के साथ साझा करे, ताकि वो भी को-वैक्सीन के उत्पादन को शुरु कर सकें।भारत बायोटेक फिलहाल लगभग 1 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह बनाती है, वो अक्टूबर तक 10 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह बनाने लगेगी। ऐसा विश्व में किसी भी और कंपनी या देश में देखने को नहीं मिलता।

स्पुतनिक का उत्पादन -

स्पुतनिक को लेकर भारत में जो वैक्सीन का उत्पादन होगा, वो 6 कंपनियां करेंगी। कुछ और कंपनियों को कोरोना सुरक्षा स्कीम के तहत लिब्रल फंडिंग देकर भारत सरकार ने वैक्सीन के उत्पान को बढ़ाने का प्रयास किया है।अरविंद केजरीवाल जी ने ये बात कहकर भ्रम फैलाने की कोशिश की कि देश बच्चों को वैक्सीन नहीं दे रहा। वैक्सीनेशन वैज्ञानिक तरीका है, पूरे विश्व में कहीं भी बच्चों को टीका नहीं दिया जा रहा। अभी इसका ट्रायल चल रहा है। भारत में भी यथाशीघ्र ये ट्रायल शुरु हो रहा है।

दिल्ली सरकार ने 13 प्रतिशत लोगों को लगवाई वैक्सीन -

केंद्र सरकार ने दिल्ली को 45 लाख से ज्यादा वैक्सीन मुफ्त दिये हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने 8 लाख वैक्सीन कंपनियों से डायरेक्ट प्रोक्योर किये हैं। प्राइवेट अस्पतालों ने अपने बूते पर 9 लाख से ज्यादा वैक्सीन प्रोक्योर किए हैं।दिल्ली सरकार से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों ने वैक्सीन प्रोक्योर किए हैं। दिल्ली में अब तक 52 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है।आंकड़ों के अनुसार दिल्ली सरकार ने अपने दम पर मात्र 13 प्रतिशत लोगों को ही वैक्सीन लगाया है।

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