त्रिपुरा की मस्जिदों में तोड़फोड़ और आगजनी का ये है..सच
अगरतला/वेब डेस्क। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए अत्याचार के विरोध में बीते बुधवार को एक हिन्दू संगठन द्वारा रैली निकाली गई थी। जिस पर मुस्लिम समाज के कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थर से हमला कर दिया था। इस हमले में घायल अशोक कुमार सरकार नाम के एक व्यक्ति को अस्पताल ले जाना पड़ा। इस घटना के बाद से राज्य में हिन्दू और मुसलमानों के बीच में तनाव जारी है। अलग-अलग घटनाओं में कथित रूप से करीब एक दर्जन मस्जिदों में तोड़फोड़ और आग लगा दी गई।
त्रिपुरा शांत प्रिय राज्य है, यहां बांग्लादेश से आए हिन्दू भी निवास करते है। यहां 40 लाख की आबादी में 9 फीसदी मुसलमान है। 1949 में भारत में विलय के बाद से दोनों धर्मों के लोग शांति से रह रहे है। उक्त घटना से पहले तक यहां किसी प्रकार की धार्मिक हिंसा नहीं हुई थी। साल 2019 में पहली बार बैदादीगीह में एक संगठित भीड़ द्वारा धार्मिक स्थल पर हमले की खबर सामने आई थी। अब एक बार फिर राज्य सांप्रदायिक हिंसा की आग में झुलस रहा है।
वर्तमान समय में राज्य में हुई हिंसा के लिए मुस्लिम समुदाय के नेता जहां हिंदू संगठनों को जिम्मेदार बता रहे हैं। वहीं हिन्दू संगठनों का कहना है की मस्जिदों की ओर से हिन्दुओं के घरों और रैली पर पत्थर फेंके गए। मुस्लिम युवक हाथों में तलवार लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और जान से मारने की लगतार धमकियां दी जा रही हैं। हिन्दुओं द्वारा निकाली जा रही रैली में शामिल लोगों पर हमले का प्रयास किया और आस-पास की दुकानों, धार्मिक स्थलों में आग लगा दी। इसके बाद से ही असामाजिक तत्वों द्वारा राज्य भर में हिंसा की जा रही है।