Sultanpur Encounter: मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में न्यायिक जांच के आदेश, SDM को 15 दिन में पेश करनी होगी रिपोर्ट
मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में न्यायिक जांच के आदेश
Sultanpur Encounter : मंगेश यादव एनकाउंटर (Mangesh Yadav encounter) मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। जिला अधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने लभुआ एसडीएम विदुषी सिंह को 15 से 20 दिन के अंदर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। मंगेश यादव एनकाउंटर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराया था। इस एनकाउंटर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण तक सवाल उठा चुके हैं।
चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने एक्स पर लिखा था कि, "सुल्तानपुर में "सर्राफा कारोबारी डकैती" के मामले में आरोपी जौनपुर निवासी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर आरोपी की माँ द्वारा उठाया गया सवाल (पुलिस ने सितंबर की रात पूछताछ के बहाने घर से उठाया और तीसरे दिन गोली मारकर हत्या कर दी) चिंता का विषय है। एनकाउंटर, शासनिक हत्या का साधन बन गया है। शासनिक हत्या भारतीय संविधान के अनुच्छेद-21 में प्राप्त "जीवन की आजादी" के मौलिक अधिकार की भी हत्या है। मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट से मामले को संज्ञान में लेकर उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच कराने का निवेदन करता हूं।"
बदमाश पर एक लाख का इनाम घोषित था :
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में भरत ज्वैलर्स के यहां दिन दहाड़े डकैती का आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। ये मुठभेड़ देहात कोतवाली थाना के बाईपास स्थित मिश्रपुर पुरैना के पास बदमाश और एसटीएफ के बीच हुई थी। सुल्तानपुर के कोतवाली देहात के मिसिरपुर पुरैना इलाके में यह मुठभेड़ हुई थी। चौक घंटाघर डकैती कांड में बदमाश पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था।पुलिस ने बताया था कि, जब मंगेश यादव मोटरसाइकिल से हनुमानगंज के पास पहुंचा था तभी एसटीएफ ने उसे घेर लिया था। मंगेश ने पुलिस टीम पर फायर किया था जवाबी कार्यवाही में एसटीएफ में भी मंगेश के ऊपर फायर किया, जिसमें उसे गोली लगी थी। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया था।