तालिबान ने भारत को दी धमकी, कहा- यदि सेना भेजी तो अच्छा नहीं होगा
काबुल। तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान की दो अन्य प्रांतीय राजधानियों पर कब्ज़ा कर लिया है। इससे पहले बीते सप्ताह दर्जनों अन्य प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुका है। अब तालिबान का अफ़ग़ानिस्तान के दो तिहाई हिस्से पर कब्जा है। राष्ट्रीय राजधानी काबुल से लगभग 60 किलोमीटर का दूरी पर स्थित पुले आलम के विभिन्न हिस्सों में तालिबान ने आज हमला किया है। इसके बाद वहां संघर्ष शुरू हो गया है। इसी बीच तालिबानियों ने भारत को अफ़ग़ान मामलों में ना पड़ने की धमकी दी है।
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने भारतीय एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा की भारत में अफगानिस्तान में सेना और दूसरे देशों की मौजूदगी के नतीजे देखे हैं, तो उनके लिए यह खुली किताब की तरह है। तालिबान प्रवक्ता ने भारत की मदद की तारीफ करते हुए कहा कि नई दिल्ली ने अफगानिस्तान की मदद की है, जोकि सराहनीय है।
दूतावासों और राजनयिकों को कोई खतरा नहीं -
उन्होंने आगे कहा की अफगानिस्तान के लोगों के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं और लोगों की आर्थिक संपन्नता के लिए गए काम की हम सराहना करते हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के सवाल पर शाहीन ने कहा कि अलग से कोई मीटिंग नहीं हुई है, लेकिन दोहा में एक बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल मौजूद था. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तालिबान की तरफ से दूतावासों और राजनयिकों को कोई खतरा नहीं है. प्रवक्ता ने कहा, 'हम किसी दूतावास या राजनयिक को निशाना नहीं बना रहे हैं। हमने यह अपने बयानों में कई बार कहा है. यह हमारी प्रतिबद्धता है। तालिबान प्रवक्ता ने पाकिस्तान-आधारित आतंकी समूहों के साथ गहरे संबंधों पर कहा की ये निराधार आरोप हैं। ये ज़मीनी हक़ीक़त नहीं है।