गहलोत के राज्यपाल बनने से सरकार और संगठन में 4 पद हुए रिक्त, किसको मिलेगा मौका

गहलोत के राज्यपाल बनने से सरकार और संगठन में 4 पद हुए रिक्त, किसको मिलेगा मौका
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वर्तमान केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत कर्नाटक के राज्यपाल नियुक्त

नईदिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार से पहले कैबिनेट मंत्री थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया है। उनके यह पद संभालते ही संसद और सरकार में गहलोत द्वारा संभाले जा रहे चार पद खली हो जाएंगे।

भाजपा के शीर्ष नेताओं में शामिल गहलोत फिलहाल सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्री होने के साथ राज्यसभा सांसद, राज्यसभा में सदन के नेता और पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य हैं। राज्यपाल का पद संभालने से पूर्व उन्हें यह सभी पद छोड़ने होंगे। जिसके बाद चार बड़े महत्वपूर्ण पद रिक्त होने से इन्हें भरने की कवायद शुरू होगी। मंत्रिमंडल विस्तार में उनका मंत्रालय किसी मंत्री को दिया जा सकता है, लेकिन राज्यसभा में सदन का नया नेता तलाशने के लिए भाजपा को मेहनत करनी पड़ सकती है।

सदन नेता के लिए ये नाम आगे -

इस पद के लिए भाजपा में कई बड़े चेहरे है, जो सदन के नेता की इस दौड़ में शामिल है। जिसमें प्रकाश जावड़ेकर, हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पियूष गोयल, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, के नाम शामिल है। माना जा रहा है की वरिष्ठता के आधार पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का नाम सबसे आगे है, लेकिन यदि भाजपा युवा चेहरे को आगे करती है तो सिंधिया इस रेस में सबसे आगे नजर आ रहें है।वहीँ यदि राजनीतिक गलियारों में चल रही अटकलों की माने तो रेलमंत्री पियूष गोयल को मंत्रिमंडल से मुक्त कर सदन के नेता की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

राज्यसभा का रास्ता साफ

सदन के नेता के पद के साथ ही मप्र कोटे से राज्यसभा सदस्य की जगह भी खाली हो रही है। जिसे भाजपा जल्द से जल्द उपचुनाव द्वारा भरने की कोशिश करेगी, ऐसे में लंबे समय से राज्यसभा जाने की चाह रखने वाले नेताओं में किसी के नाम की लॉटरी निकल सकती है। जिसमें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन को बेहतर बनाने वाले कैलाश विजयवर्गीय का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। इसेक साथ ही राज्य सरकार में पूर्व मंत्री रहे जयभान सिंह पवैया, उमा भारती सहित कई नाम इस पद के दावेदारों की सूचि में शामिल है।

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