देश की सेनाएं सक्षम, सेना का मनोबल कमजोर कर रहा विपक्ष : राम माधव
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव ने एक कार्यक्रम में युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आज हमें दुनिया को दिशा देने की स्थिति में भारत को खड़ा करना है। हमें भारत को स्वाभिमानी बनाना है। देश की सेनाएं हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम हैं। विपक्ष देश की सेनाओं का मनोबल कमजोर कर रहा है।
राष्ट्रीय महासचिव माधव रविवार को उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए दो दिवसीय 'उत्तर प्रदेश यंग थिंकर्स वर्चुअल मीटिंग' के समापन सत्र को विश्व संवाद केन्द्र में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देशवासी आज जिस प्रकार से कोरोना से लड़ रहे हैं, उसी तरह चीन के साथ लड़ने की संकल्प शक्ति की जरूरत है। देश के लोग चीनी वस्तुओं का स्वत: स्फूर्त विरोध कर रहे हैं। देश की जनता के मनोभाव का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि देश की 130 करोड़ जनता कोरोना के प्रभाव से बाहर निकलने का प्रयास कर रही है तो उसके पीछे हमारा नेतृत्व और हमारी जनता का सहयोग है। उन्होंने कहा कि भारत के अंदर सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश ने एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री योगी और उनके प्रशासन ने समय पर और सही निर्णय लिए। साथ ही सबकी चिंता की, सबके प्रति संवेदना भी रखी। सबसे अधिक प्रवासी मजदूर यूपी में वापस आए और फिर भी यहां केस बढ़े नहीं, उसमें सरकार का बहुत बड़ा योगदान है। इसके लिए यूपी की जनता भी साधुवाद के लिए पात्र है। उन्होंने कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पर चीन की हरकत राष्ट्रीय समस्या है। उसे राष्ट्रीय एकता, राष्ट्रीय समस्या और राष्ट्रीय चैलेंज के रूप में देखना चाहिए। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष विशेषकर कांग्रेस पार्टी इसमें राजनीति करना चाहती है। मैं पूरे विपक्ष को दोष भी नहीं दूंगा। विपक्ष में ऐसे भी लोग हैं जो बार-बार कह रहे हैं कि इसे राष्ट्रीय रूप में देखना है और मिलकर सामना करना है, पर राहुल गांधी और उनकी पार्टी इसमें राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं। उनके प्रयास के पीछे हमें शक होता है कि देश की सेना और नेतृत्व के मनोबल को तोड़ने का प्रयास तो नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का आत्मनिर्भर भारत अभियान एक बहुत महत्वपूर्ण आयाम है। कोविड के बाद देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाकर भारत को फिर से सशक्त रूप में खड़ा करना है।