विपक्ष के नेता देश को गुमराह कर रहे हैं : जेपी नड्डा
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर धारणा की लड़ाई जीतने के लिए एक विशाल राष्ट्रव्यापी प्रचार अभियान शुरू किया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस कानून को यहां दलितों के उत्थान से जोड़ा। भाजपा की दिल्ली इकाई की तरफ से आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि सीएए के माध्यम से जिनको फायदा होगा, उनमें से 70 प्रतिशत लोग दलित समुदाय से आते हैं।
ऐसे में कई दलित नेता कानून को लेकर बहस कर रहे हैं। कम से कम बोलने से पहले सोचें। नड्डा ने यह भी दावा किया कि धार्मिक उत्पीडऩ के चलते कानून लाने की आवश्यकता पड़ी। उन्होंने कहा कि लियाकत-नेहरू समझौते में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के संरक्षण की बात की गई थी, लेकिन पाकिस्तान ने इस समझौते का सम्मान नहीं किया।
भारत के विभाजन को उन्होंने कांग्रेस की करनी करार देते हुए कहा कि यह धर्म के आधार पर हुआ था। नड्डा ने कहा, हमने खुद को धर्मनिरपेक्ष कहा, जबकि पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक देश।
पार्टी ने सीएए को दलित अधिकारों से जोडऩे की यह नई गुगली फेंकी है। पार्टी ने छह जोनल कोऑर्डिनेटरों के तहत एक राष्ट्रव्यापी संपर्क कार्यक्रम शुरू किया है। इनमें सरोज पांडे, राहुल सिन्हा, अनिल जैन सहित अन्य नेता शामिल हैं। भाजपा के राज्यसभा सांसद जी.वी.एल. नरसिम्हा राव रविवार को राजामुंद्री में हैं और पार्टी के नए सांसद अरुण सिंह पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में हैं। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महाराष्ट्र के नासिक में होंगे, जबकि केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय बंगाल के कूच बिहार में होंगे। इसी दिन गजेंद्र शेखावत तेलंगाना के करीम नगर जाएंगे।