भारत-नेपाल के बीच शुरू हुई ट्रेन, दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने दिखाई हरी झंडी

भारत-नेपाल के बीच शुरू हुई ट्रेन, दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने दिखाई हरी झंडी
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नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को दोनों देशों के बीच रेल सेवा की हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की। दोनों देशों के बीच यह ट्रेन बिहार के जयनगर से जनकपुर के कुर्था तक चलेगी। यात्रियों की सुविधा के लिए दोनों देशों को जोड़ने वाले इस रेल खंड पर 8 स्टेशन, 6 हॉल्ट स्टेशन और 47 रोड क्रॉसिंग बनाए गए हैं।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर संयुक्त वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री देउबा के साथ उन्होंने व्यापार और सभी प्रकार के अंतर सीमा संपर्क पहल को प्राथमिकता देने पर सहमति जताई है। इसी क्रम में जयनगर-कुर्था रेल लाइन की शुरूआत हुई है।

जयनगर-कुर्था 34.90 किलोमीटर लंबा रेल खंड जयनगर- बिजलपुरा-बर्दिबास रेल (68.72 किलोमीटर) परियोजना का एक हिस्सा है जो पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है। जयनगर भारत-नेपाल सीमा से 4 किलोमीटर दूर है। इस मार्ग में नेपाल का प्रसिद्ध तीर्थस्थल जनकपुर पड़ता है, जो जयनगर से 29 किलोमीटर दूर है। यह नेपाल में पहली बड़ी लाइन वाली यात्री रेल सेवा है। इससे पहले 2014 तक जयनगर और जनकपुर के बीच नेपाल द्वारा संचालित एक छोटी लाइन रेल सेवा ही चल रही थी।

आठ वर्षों के अंतरात के बाद भारत- नेपाल के बीच फिर एकबार फिर आज से रेल सेवा शुरू हो गयी । आजादी से पहले 1937 में जयनगर (बिहार) से बिजलपुरा (नेपाल) तक करीब 50 किलोमीटर की दूरी में रेल परिचालन की शुरूआत हुई थी । 2001 में आयी बाढ़ के कारण जनकपुर से बिजलपुरा के बीच रेल पुल ध्वस्त हो गया था। इससे इस रेलखंड पर रेल परिचालन बंद कर दिया गया। हालांकि जनकपुर से जयनगर के बीच छोटी लाइन पर 29 किमी लंबी लाइन 2014 तक रुक-रुक कर चलती रही।

भारत सरकार ने भारत नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत 2010 में बड़ी लाइन में बदलने की योजना बनायी गयी। इस योजना के तहत जयनगर से बर्दीवास तक 65 किलोमीटर में काम करने का निर्णय लिया गया। 2014 में मेंगा ब्लॉक लिया गया और काम चालू किया गया। प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था तक 34.90 किलोमीटर में यह काम शुरू किया गया है। इसके लिये इरकॉन इंटरनेशनल कंपनी को जिम्मेदारी दी गयी। इसमें पांच स्टेशन जयनगर, इनरबा, खजुरी, बैदेही और कुर्था स्टेशन शामिल है। जनकपुर, महिनाथपुर, परवाहा तीन हॉल्ट आते हैं।

इस ट्रेन सेवा पर नियंत्रण नेपाल रेलवे का रहेगा। भारत और नेपाल के ही नागरिकों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी। पासपोर्ट की जरुरत नहीं होगी लेकिन फोटोयुक्त पहचान पत्र इस यत्रा के लिए साथ होना जरुरी है। जयनगर से कुर्था तक सफर करने वाले यात्रियों को नेपाली 70 रुपये और भारतीय करेंसी के हिसाब से 43.75 रुपये खर्च करने होंगे। एसी में सफर करने के लिए 300 नेपाली रुपये लगेंगे।

एक जोड़ी सवारी गाड़ी का शुरु हुआ परिचालन -

एक जोड़ी सवारी गाड़ी दिन में दो बार जयनगर व कुर्था के बीच चलेगी। एक सवारी गाड़ी में चार सामान्य श्रेणी की बोगी और एक वातानुकूलित बोगी है। पहला बोगी डीपीसी में चार लोगों के बैठने और 22 यात्रियों के खड़े होने की सुविधा है। दूसरी एसी बोगी में 56 यात्री बैठ सकेंगे। तीसरे और चौथे बोगी में 90-90 लोग बैठ कर और 180-180 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे। पांचवे बोगी में 60 लोग बैठ कर और 79 लोग खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे। एक बार में सामान्य श्रेणी में 244 और एसी बोगी में 56 लोग बैठकर और 461 लोग खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे।

जयनगर स्टेशन से विभिन्न स्टेशनों का किराया -

स्टेशन सामान्य श्रेणी एसी

  • इनरवा 12.50 रुपये (नेपाली 20 रुपये) 62.50 रुपये (नेपाली 100 रुपये)
  • खजूरी 15.62 रुपये (नेपाली 25 रुपये) 78.13 रुपये (नेपाली 125 रुपये)
  • महिनाथपुर 21.87 रुपये (नेपाली 35 रुपये) 109.37 रुपये (नेपाली 175 रुपये)
  • वैदेही 28.12 रुपये (नेपाली 45 रुपये) 140.62 रुपये (नेपाली 225 रुपये)
  • परवाहा 34.37 रुपये (नेपाली 55 रुपये) 171.87 रुपये (नेपाली 275 रुपये)
  • जनकपुर 43.75 रुपये (नेपाली 70 रुपये) 218.75 रुपये (नेपाली 350 रुपये)
  • कुर्था 56.25 रुपये (नेपाली 90 रुपये) 281.25 रुपये (नेपाली 450 रुपये)

जयनगर से विभिन्न स्टेशनों की दूरी -

  • जयनगर से इनर्वा - चार किमी
  • जयनगर से खजूरी - आठ किमी
  • जयनगर से महिनाथपुर - 14 किमी
  • जयनगर से वैदेही - 18 किमी
  • जयनगर से परवाहा - 21 किमी
  • जयनगर से जनकपुर - 29 किमी
  • जयनगर से कुर्था - 35 किमी

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