शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ा UPI से लेनदेन का चलन, NEFT और Debit Card का उपयोग हुआ कम
नईदिल्ली / वेब डेस्क। हाल ही के दिनो में UPI भुगतान से लेनदेन का चलन लगातार बढ़ रहा है। शहरी क्षेत्रो के साथ साथ इसका उपयोग ग्रामीण क्षेत्रोंमें भी लगातार बढ़ रहा है। UPI उपयोग के कारण भारतीय बैंकिंग प्रणाली के अन्य दो भुगतान माध्यम NEFT व डेबिट कार्ड का कम उपयोग हो रहा है। इस साल नवंबर तक के आंकड़ों के अनुसार UPI की ग्रोथ रेट में 46% साल दर साल की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। जबकि अक्टूबर के आंकड़ों के अनुसार NEFT की ग्रोथ रेट 17.5 % और DEBIT कार्ड की ग्रोथ रेट 6.6 % दर्ज की गयी। रिज़र्व बैंक के हाल ही के आंकड़े सूचित करते हैं कि इस माह के अंत तक DEBIT कार्ड द्वारा किया गया लेनदेन UPI द्वारा किये गये लेनदेन का एक तिहाई हिस्सा है।
महानगरों में UPI के बड़े पैमाने पर उपयोग के अलावा यह अब छोटे शहरों ,कस्बों व् ग्रामीण क्षेत्रों में भी पैठ जमा रहा है। जिससे ग्रामीण व अर्ध ग्रामीण क्षेत्रों में वॉल्यूम और वैल्यू में क्रमशः 118% व 106 % की बढ़ोतरी देखी गयी है। देश में टियर 3 के शहरों या छोटे शहरों में UPI का उपयोग बढ़ रहा है क्योंकि यह तुलनात्मक रूप NEFT व डेबिट कार्ड से आसान है। खुदरा बाजार में भी UPI का उपयोग प्रथम स्थान पर है, ऑनलाइन शॉपिंग व ई -कॉमर्स में भी यह भुगतान के पुराने तरीकों से ज़्यादा उपयोग में है।
M SWIPE TECHNOLOGIES के सीईओ व सह संस्थापक केतन पटेल का कहना है ''बदलते कारोबारी माहौल में UPI आज B2B व C2C भुगतानों में सबकी पहली पसंद बन चुका है| बदलते समय के परिदृश्य में UPI व डेबिट कार्ड के एकीकरण होने की सम्भावना है। महत्वपूर्ण B2B भुगतानों के लिए NEFT पहली पसंद बना रहेगा। आगामी भविष्य में UPI, NEFT और वर्चुअल डेबिट कार्ड का उपयोग साधारण डेबिट कार्ड के पतन का कारन बन सकता है।''