पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी सहित अन्य दिवंगत को दी गई श्रद्धांजलि, सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र सोमवार यानी आज से शुरू हो चुका है। इस सत्र में सीमा पर गतिरोध, कोरोना वायरस महामारी से निपटने और आर्थिक स्थिति जैसे मुद्दे छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही आज राज्यसभा के उपसभापति के लिए वोट भी डाले जाएंगे, जिसमें जेडीयू के हरिवंश और मनोज झा आमने-सामने हैं।
- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, 'सरकार संसद के प्रति जवाबदेह है। उन्होंने हमें कब बताया कि भारत और चीन के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच वार्ता हुई है? सरकार को देश को विश्वास में लेने की जरूरत है। सेना के समर्थन की बात है तो यह बहस से परे है। हम अपनी सेना के साथ बहुत मजबूती से हैं।'
- संसद में आज पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पडित जसराज, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, मध्य प्रदेश के गवर्नर रहे लालजी टंडन, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे कमला रानी और चेतन चौहान, पूर्व मंत्री रघुवंश प्रसिद सिंह को श्रद्धांजलि देने के साथ ही सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है।
- संसद के मानसून सत्र के पहले दिन डीएमके और सीपीआई (एम) ने लोकसभा में NEET परीक्षा के लेकर छात्रों की आत्महत्या को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया है।
- इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय होंगे, अनेक विषयों पर चर्चा होगी और हम सबका अनुभव है कि लोकसभा में जितनी ज़्यादा चर्चा होती है उतना सदन को, विषय वस्तु को और देश को भी लाभ होता है। इस बार भी उस महान परम्परा में हम सब सांसद भी वैल्यू एडिशन करेंगे ये हम सबका विश्वास है।- प्रधानमंत्री
- सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कहा, 'संसद सत्र एक अलग समय में शुरू हो रहा है। यहां कोरोना और कर्तव्य दोनों है। सांसदों ने कर्तव्य के लिए रास्ता चुना। मैं उनका अभिनंदन और आभार व्यक्त करता हूं। इस बार राजयसभा और लोकसभा एक दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित किया जाएगा। यह शनिवार-रविवार को भी आयोजित किया जाएगा। सभी सांसदों ने इसे स्वीकार किया।'
- साथ ही उन्होंने कहा, 'जब तक दवई नहीं तब तक कोई ढिलाई नहीं। हम चाहते हैं कि दुनिया के किसी भी कोने से जल्द से जल्द एक टीका विकसित किया जाए, हमारे वैज्ञानिक सफल हों और हम सभी को इस समस्या से बाहर लाने में सफल हों।'
- मानसून सत्र में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन परिसर पहुंच चुके हैं।
सरकार की नजर 23 विधेयकों पर चर्चा और इसे पारित कराने पर है। इसमें 11 ऐसे विधेयक भी हैं जो अध्यादेशों का स्थान लेंगे। इनमें से चार विधेयकों का विपक्षी दल विरोध कर सकते हैं। ये चारों विधेयक कृषि क्षेत्र और बैंकिंग नियमन से जुड़े अध्यादेश का स्थान लेंगे।
विपक्षी दलों ने महामारी से निपटने, अर्थव्यवस्था की स्थिति और लद्दाख में सीमा पर चीनी आक्रामकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को घेरने का फैसला किया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की पहली बैठक में इन मांगों को उठाया लेकिन इन चर्चाओं के लिए अब तक समय नहीं दिया गया है। लोकसभा के लिए कार्यमंत्रणा समिति की बैठक एक बार फिर 15 सितंबर को होगी। इसमें पहले सप्ताह के लिए कार्य को लेकर मुद्दों पर चर्चा होगी। कांग्रेस ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति में भी इसी तरह की मांग की।