ट्विटर ने उपराष्ट्रपति का एकाउंट किया अनवेरिफाइड, विवाद बढ़ने पर किया बहाल
नईदिल्ली। आईटी कानूनों को लेकर चल रही खींचतान के बीच ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हेंडल से ब्लू टिक हटा दिया। हालांकि, भारत के उपराष्ट्रपति @VPSecretariat के आधिकारिक हैंडल पर ये जारी है। इसके बाद सभी सोशल मीडिया साइट्स पर लोगों ने ट्विटर की आलोचना शुरू कर दी। कई यूजर्स ने इसे लकतंत्र पर हमला तक बता दिया। विवाद बढ़ता देख ट्विटर ने 10 घंटे बाद ही एकाउंट को वेरिफाइड कर ब्लू टीक दोबारा ला दिया।
ट्विटर ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा की यदि कोई खाता अपना उपयोगकर्ता नाम (@handle) बदलता है या कोई एक साल तक निष्क्रिय रहता है, उसे अनवेरिफाइड कर ब्लू टीक हटा दिया जाता है। ट्विटर ने बताया की जो एकाउंट्स बीते एक साल से निष्क्रिय पड़े है, उन सभी को अनवेरिफाइड कर ब्लू टीक हटा दिया गया है। उपराष्ट्रपति के निजी एकाउंट से बीते 11 महीने से कोई ट्वीट नहीं हुआ है। इस अकाउंट से 23 जुलाई 2020 को आखिरी बार ट्वीट किया गया था।
मंत्रालय ने जताई नाराजगी -
ट्विटर द्वारा उपराष्ट्रपति के एकाउंट को अनवेरिफाइड करने की कार्रवाई पर आईटी मंत्रालय ने नाराजगी जताई। मंत्रालय ने कहा कीदेश के दूसरे नंबर की अथॉरिटी के व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार किया जाना गलत है। इसके पीछे ट्विटर की गलत मंशा जाहिर होती है। इस मामले में ट्विटर की दलील भी पूरी तरह गलत है।
ये है नियम -
ट्विटर की शर्तों के अनुसार, यदि किसी एकाउंट का स्वामी खत्म हो जाता है। यदि कोई यूजर्स अपने हैंडल का नाम बदलता है या किसी का अकाउंट डेड और अधूरा हो जाता है या एक साल तक किसी का एकाउंट निष्क्रिय रहता है। उस सभी एकाउंट्स को अनवेरिफाइड कर ब्लू टीक हटा दिया जाता है। बता दें की ट्विटर ने सरकार द्वारा सोशल मीडिया कंपनियों के लिए तैयार गाइडलाइन को मानने के लिए तैयार हो गया है। 28 मई को ही उसने शिकायत अधिकारी को भी नियुक्त कर दिया है।