गृहमंत्री और किसानों की बैठक खत्म, कृषि कानून वापस लेने से इनकार, केंद्र ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई
किसान नेता राकेश टिकैत
नईदिल्ली।कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा आज मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया। जिसका असर देश भर में बेहद मिला जुला नजर आया। कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों एवं ट्रेड यूनियनों का समर्थन प्राप्त इस बंद व्यावसायिक संगठनों ने दूरी बनाये रखी। सरकार और किसानों के बीच आंदोलन का हल निकालने अब तक पांच दौर की चर्चा हो चुकी है। लेकिन अब तक कोई परिणाम नहीं निकला है।
इससे पहले जारी आंदोलन में एक नया मोड़ आया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और किसान नेताओं की बैठक की सूचना सामने आयी। जो शाम 7 बजे निर्धारित हुई। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया की, 'हमारी आज शाम सात बजे गृह मंत्री के साथ बैठक है। हम अभी सिंघु सीमा पर जा रहे हैं और वहां से हम गृह मंत्री से मुलाकात करने के लिए जाएंगे।'
The Government is not ready to take back the farm laws: Hannan Mollah, General Secretary, All India Kisan Sabha https://t.co/APu8ws5eWS
— ANI (@ANI) December 8, 2020
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की किसान नेताओं के साथ ICAR गेस्ट हाउस में संपन्न हो चुकी है। किसान नेताओं की इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। किसानों के आंदोलन के बीच बुधवार 9 दिसंबर को होने वाली बैठक को रद्द कर दिया गया है। ICAR भवन में चली इस बैठक में 13 किसान नेता पहुंचे। 3 घंटे चली बैठक के बाद बंगाल के किसान नेता हनन मुला ने बताया कि सरकार कानून वापस लेने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन गृहमंत्री ने कृषि कानून पर कल लिखित में प्रस्ताव देने का हम सभी को आश्वासन दिया है। प्रस्ताव पर सभी किसान सिंघु बॉर्डर पर मीटिंग कर विचार करेंगे। फिर आगे की योजना तय होगी।
गृहमंत्री के साथ बैठक में ये किसान नेता थे शामिल
पंजाब : बलवीर सिंह, रुलदू सिंह मानसा, जगजीत सिंह, बूटा सिंह, मंजीत सिंह, हरिंदर सिंह लखोवाल, दर्शन पाल, कुलवंत सिंह संधू,
हरियाणा : गुरनाम सिंह चढूनी
उत्तरप्रदेश : राकेश टिकैत
बंगाल : हनन मुला
मध्यप्रदेश : सेवक कुमार और शिव सिंह
गौरतलब है की केंद्र ने कैबिनेट बैठक आज बुधवार को बुलाई है। उम्मीद की जा रही है कि मामला निष्कर्ष पर पहुंचे। पिछले 13 दिनों से जारी किसान आंदोलन के बीच ये पहला मौका है जब गृहमंत्री अमित शाह ने किसानों से सीधे चर्चा की। इस बैठक पर सभी की नजर बनी हुई थी।
पांच दौर की बातचीत बेनतीजा
दिल्ली के विज्ञान भवन में 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पांच दौर की बातचीत हो चुकी है। सरकार की ओर से इस बैठक में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ अनेक प्रमुख सरकारी अधिकारी शामिल हो रहे थे। इस बीच 8 दिसम्बर को भारत बंद भी बुलाया गया। किसान संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान को 23 राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिला। भारत बंद का देश भर में मिलाजुला असर दिखा। इसके तुरंत बाद गृहमंत्री अमित शाह ने पहल कर किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया। गृहमंत्री का न्यौता मिलने के बाद 13 किसान नेता उनसे मिलने पहुंचे। इनमें सबसे प्रमुख किसान यूनियन के राकेश टिकैत थे।