उद्घाटन से पहले सेन्ट्रल विस्टा एवेन्यू का वीडियो आया सामने, जानिए कितना भव्य है 'कर्तव्य पथ'
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को इंडिया गेट पर 'कर्तव्य पथ' का उद्घाटन करेंगे। साथ ही इस अवसर पर वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की ग्रेनाइट से बनी प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी 8 सितंबर को शाम 7 बजे 'कर्तव्य पथ' का उद्घाटन करेंगे। कार्यालय के अनुसार सत्ता के प्रतीक तत्कालीन राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना जन प्रभुत्व और सशक्तिकरण का एक उदाहरण है।प्रधानमंत्री इस अवसर पर इंडिया गेट पर ग्रेनाइट से बनी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। यह कदम प्रधानमंत्री के 'पंच प्रण' में से एक की तर्ज पर है यानी 'औपनिवेशिक मानसिकता का कोई भी निशान हो उसे मिटाया जाए।'
#WATCH via ANI Multimedia | Kartavya Path: Drone visuals of the revamped Central Vistahttps://t.co/FV0G2d7EIp
— ANI (@ANI) September 7, 2022
ये कर्तव्य पथ एवेन्यू विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक है. इसकी तस्वीरें भी सामने आ गईं हैं। यहां आम लोगों की हर जरूरत का खास ध्यान रखा गया है। राजपथ के साथ बने सेन्ट्रल विस्टा में हर राज्य के फूड स्टॉल, रेड ग्रेनाइट से बना फुटपाथ और चारों ओर हरियाली होगी। यहां वेंडिंग जोन, पार्किंग लॉट और चौबीसों घंटे सुरक्षा होगी। यहां रेड ग्रेनाइट से बने 15.5 किमी के वॉकवे से लेकर 16 पुल और फूड स्टाल तक की व्यवस्था की गई है। इसे लगभग 20 महीने बाद आम लोगों के लिए खोला जाएगा।
ये है खासियत -
नहर का विकास-
यहां 19 एकड़ क्षेत्र में फैले नहर परिसर को पुनर्विकसित किया गया है। यहां पैदल चलने वालों के लिए 16 पुल बनाए गए है। कृषि भवन और वाणिज्य भवन के पास बोटिंग कर सकेंगे।
पार्किंग एरिया -
यहां बनाए गए पार्किंग एरिया में 1,125 गाड़ियां पार्क हो सकेंगी। इसके अलावा इंडिया गेट के पास भी पार्किंग के लिए स्पेस है, जहां 35 बसें खड़ी हो सकेंगी।
लाइट पोल्स -
74 ऐतिहासिक लाइट पोल्स और चेन लिंक्स को रिस्टोर किया गया है. साथ ही 900 से ज्यादा नए लाइट पोल्स भी लगाए गए हैं।
वॉकवे -
सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में 3.90 लाख वर्ग मीटर का ग्रीन एरिया है। इसके चारों और 16.5 किमी लंबा रेड-ग्रेनाइट लगाकर वॉकवे तैयार किया गया है। जबकि, पहले ये रास्ता बाजरी रेत से बना था
क्या है सेन्ट्रल विस्टा -
- इण्डिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ के दोनों ओर के क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा कहते हैं। केंद्र सरकार इस क्षेत्र को पुनर्विकसित कर रही है। इसके तहत यहां नई संसद भवन, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति और आवास और मंत्रालयों का निर्माण किया जा रहा है।
- इस प्रोजेक्ट के तहत नया संसद भवन त्रिकोण आकार में तैयार किया जा रहा है। नए संसद भवन में 1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था रहेगी. इसमें लोकसभा के 888 सांसद और राज्यसभा के 384 सांसद बैठ सकेंगे। नए संसद भवन में सभी सांसदों का अपना अलग कार्यालय होगा।
- इसके तहत नया प्रधानमंत्री आवास साउथ ब्लॉक और उपराष्ट्रपति का आवास नॉर्थ ब्लॉक के समीप तैयार किया जा रहा है। वर्तमान नॉर्थ और साउथ ब्लॉक म्यूजियम में बदला जाएगा और उपराष्ट्रपति आवास समेत कई पुरानी बिल्डिंग्स को ढहा दिया जाएगा।