मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों में झड़प, 17 घायल
इंफाल। मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई हिंसा को आज तीन महीने हो गए है लेकिन छुटपुट घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। आज विष्णुपुर इलाके में एक बार फिर सुरक्षाबलों और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प की घटना सामने आई। हालात पर काबू करने के लिए सेना और आरएएफ के जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान 17 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विष्णुपुर में आज गुरूवार सुबह प्रदर्शन कर रही मैतेई समुदाय की महिलाओं ने बफर जोन को जबरन पार करने की कोशिश की। मौके पर मुजूद सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं को रोकने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद बिगड़ते हालत को संभालने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े। झड़प के बाद इंफाल और पश्चिमी इंफाल के जिलों में कर्फ्यू में दी गई ढील वापस ले ली गई।
कुकी समुदाय का अंतिम संस्कार -
बता दें मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी है। जिनके शव इंफाल और चूराचांदपुर के अस्पतालों की मॉर्चुरी में रखे हैं। उनमे से कुकी समुदाय के 35 शवों का आज सामूहिक अंतिम संस्कार होना था लेकिन राज्य की स्थिति को देखते हुए निर्णय बदल दिया गया।
संसद में हंगामा -
दूसरी ओर मणिपुर मुद्दे को लेकर संसद में गतिरोध जारी है। गुरुवार को भी विपक्षी दलों ने संसद में जमकर हंगामा और नारेबाजी की। हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।