क्या होता है रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस, जानिए इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण और बचाव

क्या होता है रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस, जानिए इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण और बचाव
हाल ही में सिंगर ने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी बीमारी के बारे में पोस्ट किया था जिसे बताया था कि वह रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है जिसमें मरीज को कान से सुनाई देना बंद हो जाता है।

Rare sensory nerve hearing loss disease: बॉलीवुड सिंगर अलका याग्निक (Actress Alka Yagnik) अपने गानों को लेकर जहां पर काफी ज्यादा पसंद की जाती है वहीं पर हाल ही में सिंगर ने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी बीमारी के बारे में पोस्ट किया था जिसे बताया था कि वह रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है जिसमें मरीज को कान से सुनाई देना बंद हो जाता है। सिंगर अलका याग्निक के इस पोस्ट से जहां पर फैंस को काफी दुख हुआ वहीं पर सभी ने जल्दी ठीक होने की दुआएं की।

क्या है यह दुर्लभ बीमारी

इस दुर्लभ बीमारी रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस को अच्छी तरह से समझें तो हमारे कान की भीतरी बनावट और मस्तिष्क के बीच नर्व पाथवे होता है जो काम करना बंद कर देता है तो ऐसी स्थिति में हमारे सुनने की क्षमता भी कम हो जाती हैं। इसे ही सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस कहते हैं। इस दुर्लभ बीमारी की पहली स्थिति कहती हैं कि, इसमें एक कान खराब हो गया तो वही कई बार दोनों कान से सुनाई देना बंद हो सकता है, हो सकता है कि ऐसा अचानक हो जाए या फिर धीरे-धीरे हमारे सुनने की क्षमता पूरी तरह से कम हो जाए।

जानिए क्या होते हैं इस बीमारी के लक्षण

इस दुर्लभ बीमारी के बारे में तो जान लिया कि यह कान को प्रभावित करती है लेकिन इसके लक्षण क्या होते हैं जो इस प्रकार हैं...

  • अचानक से दोनों कानों में सुनाई देना बंद होना।
  • सिर्फ एक कान से सुनाई देना।
  • कान में अचानक से सीटी बजने जैसा लगना।
  • बॉडी का बैलेंस बनाने में भी दिक्कत होना।
  • चक्कर और उल्टी भी होती है।

ऐसे समझें हियरिंग लॉस

कानों में हियरिंग लॉस की समस्या को ऐसे समझें तो हम साउंड वेव्स को फ्रीक्वेंसीज में मापते है इसमें आवाज की स्थिति को लेकर डेसीबल में मापा जाता है कि कितनी तेज है। शोर की क्षमता को ही डेसिबल में मापते है अगर शांत माहौल में क्षमता मापी जाए तो यह 0 डेसीबल आएगी, फुसफुसाहट 30 डेसीबल के करीब दर्ज होती है और बातचीत की तीव्रता 60 डेसीबल होती है। अगर हमें लगातार 3 फ्रीक्वेंसीज में 30 डेसीबल कम सुनाई दे तो इस प्रकार की सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस बीमारी होती हैं।

जानें कैसे रखें ख्याल

इस दुर्लभ बीमारी के लक्षणों को जानने के बाद इसमें बचाव के तरीकों के बारे में जान सकते हैं तो चलिए जानते हैं...

1- इस समस्या से बचने के लिए अगर आप किसी सामान्य सर्दी-जुकाम में हो तो एयर ट्रेवल करने से बचना चाहिए।

2- इस समस्या में आप पहाड़ी इलाकों में जाने से बचना चाहिए।

3- नियमित रूप से कान की साफ - सफाई करें।

4- इसके ट्रीटमेंट के लिए एंटीमाइक्रोबियल और एंटीवायरल ड्रग्स दिए जाते हैं।

5- स्टेरॉइड्स को इंजेक्शन और टैबलेट के फॉर्म में दिए जाते हैं।

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