West Nile virus: कोरोना के बाद अब इस वायरस का भारत में बढ़ रहा प्रकोप, सबसे ज्यादा केरल राज्य प्रभावित

West Nile virus: कोरोना के बाद अब इस वायरस का भारत में बढ़ रहा प्रकोप, सबसे ज्यादा केरल राज्य प्रभावित
West Nilevirus को शुद्ध हिंदी में वेस्ट नील विषाणु के नाम से जाना जाता है। यह वायरस ठीक डेंग्यू जैसा है।

West Nile virus: डेंग्यू, प्लेग, डायरिया, कोरोना वायरस के बाद अब भारत में नया वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। सबसे ज्यादा मामले भारत के केरल राज्य से सामने आए हैं। हालांकि अब तक भारत में इस वायरस के कारण किसी व्यक्ति की मृत्यु की पुष्टी नहीं हो सकी है। मगर भारत के बाहर दूसरे देशों में इसका प्रकोप भंयकर रूप से देखने को मिल रहा है। अकेले अगर बात करें तो इजराइल देश की तो वहां इस West Nile Fever से 31 लोगों की मौत हो चुकी है। आईए आपको बताते हैं कि आखिर ये किस कारण से फैलता है।

क्या है वेस्ट नाइल वायरस (West Nile Fever)

अगर बात करें इस वायरस के बारें में तो इसको शुद्ध हिंदी में वेस्ट नील विषाणु के नाम से जाना जाता है। यह वायरस ठीक डेंग्यू जैसा है। मगर डेंग्यू तो ठीक हो जाता है पर इस West Nilevirus से लोगों की मौत हो रही है और यह डरावनी बात हो सकती है। हालांकि यह West Nile Fever भी मच्छरों के काटने से ही फैलता है। West Nile Fever से संक्रमित ज़्यादातर लोगों में इसके लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। करीब 5 में से 1 व्यक्ति में बुखार, चकत्ते और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं। शायद ही कभी, वेस्ट नाइल गंभीर मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की सूजन (एन्सेफेलाइटिस और मेनिन्जाइटिस) का कारण बन सकता है।

कैसे पता करें कि ये West Nilevirus है।

अभी भारत मानसून का सीजन चल रहा है और इस बरसात के मौसम में तरह- तरह की बीमारियां पैदा हो जाती है। उमस इस मौसम में तेजी से होती है और हमारे घरों के आस- पास के गड्ढों में पानी जमा हो जाता है, जिसके बाद मच्छरों के साथ साथ कई कीड़े भी पैदा हो जाते। हालांकि भारत में अभी इस बात की पुष्टी नहीं हुई है कि, भारत में इन्हीं मच्छरों के कारण ही हो रहा है। मगर केरल में इसके केस सामने आए हैं। अभी यह जांच का विषय है।

डाक्टरों का मानना है कि यह वायरस सीधे तौर पर व्यक्ति के तंत्रिका तंत्र पर अटैक करता है। लगभग 5 में से 1 व्यक्ति को बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और फ्लू जैसे अन्य लक्षण दिखाई देने लगेंगे और मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में गंभीर सूजन ( एन्सेफेलाइटिस या मेनिन्जाइटिस ) का कारण बनता है। अगर आपको भी ये सभी लक्षण दिखाई देने लगे तो सीधे बिना कोई देरी किए डॉक्टर के पास जाकर परामर्श लें।

इन देशों में सबसे ज्यादा West Nilevirus का असर

पिछले महीने इजराइल में West Nilevirus के 543 मामले सामने आए थे। वेस्ट नाइल वायरस ने वर्षों से इज़राइल को प्रभावित किया है, आमतौर पर जून से नवंबर तक दिखाई देता है और आमतौर पर बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित नहीं करता है।

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