कौन हैं आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय? जिन्हें सीएम योगी ने किया सस्पेंड
IAS Devi Sharan Upadhyay: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भ्रष्टाचारियों पर सख्त एक्शन के लिए जानी जाती है। एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अनियमितताओं के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएएस अधिकारी देवीशरण उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। उन पर अलीगढ़ में जमीनों के पट्टे मनमाने तरीके से बांटवाने के आरोप है। जिस कारण से उन्हें पिछले दिनों सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद प्रयागराज के पद से हटाते हुए प्रतीक्षारत कर दिया गया था। अब उन पर यह कार्रवाई की गई है।
आखिर क्या है पूरा मामला?
दरअसल, देवी शरण उपाध्याय पर आरोप हैं कि उन्होंने मनमाने ढ़ंग से जमीन पट्टों को आवंटित किया। जिसकी शिकायत अलीगढ़ के मंडलायुक्त ने उच्च अधिकारियों से की। शिकायत मिलने के बाद नियुक्ति विभाग ने 13 जुलाई को उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया। अब सीएम योगी के आदेश पर मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की गई है।
कौन है देवीशरण उपाध्याय?
देवीशरण उपाध्याय वर्ष 2012 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें जुलाई 2022 में सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद प्रयागराज में तैनाती दी गई थी। उन पर अलीगढ़ में 35 भूखंडों के पट्टों को मनमाने तरीके से बहाल करने का आरोप है। अलीगढ़ जिला प्रशासन ने इन पट्टों को नियम विरुद्ध दिए जाने पर खारिज करने की संस्तुति की थी।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
ये पहला मौका नहीं है जब सीएम योगी के आदेश पर IAS-IPS अधिकारी निलंबित हुए हों। भ्रष्टाचार या फिर किसी अन्य प्रकार के अपराधों में घिरे हुए कई अधिकारियों को सीएम योगी निलंबित कर चुके हैं। जिसमें सबसे पहला नाम 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार का है जिन्हें 25 मार्च 2017 को निलंबित किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें बहाल भी किया गया था।