World Meditation Day 2024: आज है विश्व ध्यान दिवस, जानिए इसका इतिहास, मनाने का कारण और इस साल की थीम
आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य दुनिया की सबसे प्रमुख समस्याओं में से एक है। इसी के वजह हर 45 सेकंड में एक आत्महत्या हो रही है। मानसिक शांति के लिए सबसे कारगर उपाय ध्यान को माना जाता है। ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे मन मस्तिष्क को शांति मिलती है और सुकून का एहसास होता है। यही कारण है कि आज यानी 21 दिसंबर को विश्व भर में विश्व ध्यान दिवस मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ और जानकारियां...
विश्व ध्यान दिवस 2024 थीम
प्रत्येक वर्ष विश्व ध्यान दिवस का विषय अलग - अलग होता है। इस साल यानी 2024 का विश्व ध्यान दिवस 2024 की थीम "आंतरिक शांति, वैश्विक सद्भाव!" है। यह दिन ध्यान, शांति और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है।
विश्व ध्यान दिवस का इतिहास
6 दिसंबर 2024 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया। इस प्रस्ताव में भारत की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका थी। इस अवसर पर मुख्य भाषण आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने दिया, जिन्होंने ध्यान को पूरी दुनिया में फैलाने का काम किया। आज पहली बार संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस मनाया जा रहा है।
ध्यान का महत्व
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने अपने भाषण में ध्यान की प्राचीन भारतीय प्रथा के महत्व को रेखांकित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष फिलेमोन यांग ने कहा कि ध्यान लोगों के प्रति करुणा और सम्मान पैदा करता है। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने अपने भाषण में लोगों को इसके लाभ और आयामों को बताया।
21 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विश्व ध्यान दिवस?
21 दिसंबर बेहद शुभ दिन होता है। इस दिन शीतकालीन संक्रांति होती है और इसी दिन से उत्तरायण की शुरुआत भी होती है। अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के ठीक छह महीने बाद पड़ता है। आज 21 दिसंबर का दिन साल का सबसे छोटा दिन भी माना जाता है।