World Rabies Day 2024: कुत्ते के अलावा इन जानवरों के कटाने से होता है रेबीज, जिससे साल भर में जान गंवाते है हजारों लोग
आज पूरी दुनिया में वर्ल्ड रेबीज डे मनाया जा रहा है। यह एक बेहद खतरनाक बीमारी है जिससे आज भी हजारों लोग जान गंवाते हैं। इस जानलेवा बीमारी से दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित होता है। इसी कारण से रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष 28 सितंबर को वर्ल्ड रेबीज डे (world Rabies Day) मनाया जाता है।
रेबीज डे का इतिहास और इस साल की थीम
रेबीज डे को पहली बार ग्लोबल अलायंस फॉर रेबीज कंट्रोल ने साल 2007 में मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इसे मनाने के लिए सहमति जताई तभी से हर साल 28 सितंबर को विश्व रेबीज डे मनाया जाने लगा। वर्ल्ड रेबीज डे 2024 की थीम ब्रेकिंग रेबीज बाउंड्रीज़ (Breaking Rabies Boundaries) है।
रेबीज से हजारों लोगों की होती है मौत
रेबीज़ अंटार्कटिका को छोड़कर सभी महाद्वीपों पर खतरनाक बीमारी के रूप में मौजूद है। सबसे ज्यादा एशिया और अफ़्रीका में इसका प्रभाव होता है। दुनिया भर में हर साल रेबीज़ से लगभग 59 हजार मौतें होती हैं। जिसमें से 40% 15 साल से कम उम्र के बच्चे होते हैं।
इन जानवरों के काटने से भी होता है रेबीज
लोमड़ियों, रैकून, स्कंक और अन्य जंगली स्तनधारियों के संपर्क में आने से भी रेबीज रोग हो सकता है। रेबीज़ लोगों और जानवरों में लार के माध्यम से फैलता है, आमतौर परकाटने , खरोंचने या म्यूकोसा (जैसे कि आंख, मुंह या खुले घाव) के साथ सीधे संपर्क में आने से रेबीज हो सकता है।