Hartalika Teej: हरतालिका तीज पर परंपरागत श्रृंगार की विधियाँ, एक सुंदर और शुभ तैयारी

हरतालिका तीज पर परंपरागत श्रृंगार की विधियाँ, एक सुंदर और शुभ तैयारी
हरतालिका तीज पर पारंपरिक श्रृंगार करने के आसान और प्रभावी तरीके जानें। इस आर्टिकल में चूड़ियाँ, बिछुए, बिन्दी, नथ, काजल, मेहंदी, साड़ी, लहंगा, मंगलसूत्र, सिंदूर, मेकअप और बालों की सजावट पर विस्तार से जानकारी दी गई है

हरतालिका तीज हिंदू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण मास की तृतीया को मनाया जाता है। हरतालिका तीज हिंदू त्योहारों में से एक है जो खासतौर पर महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। जो अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना के लिए उपवासी रहती हैं।हरतालिका तीज इस बार 6 सिंतबर को है। इस दिन शिव जी ने देवी पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकारा था, इसलिए यह व्रत सुहागिनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हरतालिका तीज का व्रत शंकर-पार्वती को समर्पित है। इस दिन महिलाएं खास श्रृंगार करती हैं, जो परंपरा का हिस्सा है। तो आइए, जानते हैं इस खास दिन पर महिलाएं किस तरह का श्रृंगार करती हैं।

चूड़ी और बिछुए

हरतालिका तीज पर चूड़ी और बिछुए पहनना बहुत खास होता है। महिलाएं आमतौर पर हरे रंग की चूड़ियाँ पहनती हैं, जो समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक मानी जाती हैं। चूड़ी पहनने से हाथ खूबसूरत दिखते हैं और बिछुए की खनक शुभ संकेत देती है। बिछुए पहनने से पैरों की सजावट भी बढ़ जाती है।

खूबसूरत मेहंदी

हरतालिका तीज पर मेहंदी लगाना बहुत महत्वपूर्ण है। महिलाएं अपने हाथों और पैरों पर रंग-बिरंगी मेहंदी लगाती हैं। मेहंदी का डिज़ाइन और रंगत न सिर्फ सौंदर्य को बढ़ाते हैं, बल्कि इसके पीछे सांस्कृतिक महत्व भी होता है। हरतालिका तीज के लिए खासकर खूबसूरत और intricate डिज़ाइन वाली मेहंदी लगाना पसंद किया जाता है। आप अपनी पसंद के अनुसार पारंपरिक या आधुनिक डिज़ाइन चुन सकती हैं।

बालों की सजावट

बालों की सजावट भी हरतालिका तीज पर महत्वपूर्ण होती है। महिलाएं अपने बालों को सुंदर तरीके से सजा सकती हैं। बालों में फूलों की मालाएँ लगाना, गजरा पहनना या खूबसूरत हेयर स्टाइल बनाना इस दिन की सुंदरता को और बढ़ा देता है। यह श्रृंगार आपकी खूबसूरती को निखारता है और आपको इस दिन पर खास महसूस कराता है।

पांवों में पायल और बिछुए

हरतालिका तीज पर महिलाएं अपने पैरों में पायल और बिछुए पहनती हैं। पायल छनक शुभता का प्रतीक मानी जाती है और पैरों की सजावट को बढ़ाती है। बिछुए की खनक भी खास होती है, जो पूरे दिन पहनने से सुनाई देती है और सुख-शांति का संकेत देती है।

साड़ी या लहंगा

हरतालिका तीज पर महिलाएँ आमतौर पर साड़ी या लहंगा पहनती हैं। साड़ी का रंग पारंपरिक रूप से लाल या हरा होता है, जो शुभता और समृद्धि का प्रतीक है। लहंगा भी खूबसूरत रंगों और डिजाइनों में आता है, और इसे दुल्हन की तरह सजावट के लिए पहना जाता है। साड़ी या लहंगा को परफेक्ट तरीके से पहनना जरूरी है ताकि यह पूरा श्रृंगार पूर्ण लगे।

मंगलसूत्र

मंगलसूत्र हरतालिका तीज पर पहनने का एक खास और परंपरागत आभूषण है। यह आमतौर पर सोने का होता है और इसमें काले मोती लगे होते हैं। मंगलसूत्र शादीशुदा जीवन का प्रतीक है और इसे पहनने से महिला के दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है।

सिंदूर

सिंदूर भी हरतालिका तीज के श्रृंगार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह शादीशुदा महिलाओं द्वारा माथे की विभाजन रेखा में लगाया जाता है। सिंदूर की लाल रंग की टिक्की शादीशुदा जीवन की खुशहाली और पति के अच्छे स्वास्थ्य के प्रतीक मानी जाती है। हरतालिका तीज पर इसे लगाना विशेष महत्व रखता है।

मेकअप

मेकअप भी हरतालिका तीज के श्रृंगार का एक हिस्सा है। हल्की मेकअप के साथ सुंदर दिखना बहुत महत्वपूर्ण है। फाउंडेशन, लिपस्टिक, और आईशैडो का सही उपयोग करके आप अपने चेहरे की सुंदरता को और बढ़ा सकती हैं। ध्यान रखें कि मेकअप बहुत भारी न हो, बल्कि हल्का और प्राकृतिक हो।

माथे पर बिंदी

माथे पर बिंदी लगाना हरतालिका तीज का एक अहम हिस्सा है। महिलाएं बड़ी और खूबसूरत बिंदी लगाती हैं, जो चेहरे की खूबसूरती को और बढ़ा देती है। बिंदी लगाने से पूरा श्रृंगार पूरा होता है और यह एक शुभ संकेत भी होता है।

पायल और अंगूठी

पायल और अंगूठी पहनना भी इस दिन का हिस्सा होता है। पायल की खनक और अंगूठी की चमक पूरे श्रृंगार को आकर्षक बना देती है। यह गहने भी इस दिन के विशेष श्रृंगार का हिस्सा होते हैं।

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