Smoking ban Chamundi Hills: कर्नाटक सरकार का बड़ा कदम धूम्रपान, शराब और गुटखा बैन
कर्नाटक सरकार ने हाल ही में चामुंडी हिल्स को और अधिक स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने मैसूर की इस प्रसिद्ध पहाड़ी पर धूम्रपान, शराब पीने और गुटखा खाने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस फैसले की घोषणा की और बताया कि यह कदम वहां के वातावरण को पवित्र और शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
मोबाइल फोन और फोटोग्राफी पर भी रोक
सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया कि मंदिर के अंदर मोबाइल फोन का उपयोग और फोटोग्राफी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। दर्शन के दौरान भक्तों को अपने फोन बंद रखने होंगे ताकि वे पूरी एकाग्रता से पूजा कर सकें। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भक्तों का ध्यान भटकने न पाए और वे शांति से देवी चामुंडेश्वरी के दर्शन कर सकें।
सुविधाओं का विस्तार और सुरक्षा का ध्यान
सरकार चामुंडी हिल्स को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है। इसमें प्रसाद वितरण, प्लास्टिक पर रोक, और सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यह कदम भक्तों की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए उठाए जा रहे हैं।
ड्रेस कोड नहीं, सबके लिए खुला मंदिर
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मंदिर में कोई ड्रेस कोड लागू नहीं किया जाएगा। सभी जाति, धर्म, और लिंग के लोग यहां बिना किसी पाबंदी के दर्शन कर सकते हैं। सरकार चाहती है कि मंदिर का माहौल हर किसी के लिए खुला और स्वागतयोग्य हो।
विरोध और प्रतिक्रिया
हालांकि, इस फैसले पर कुछ विरोध की आवाजें भी उठी हैं। मैसूर के शाही परिवार के सदस्य यदुवीर वोडेयार ने इस प्राधिकरण की संरचना को अदालत में चुनौती दी है। उनका कहना है कि सरकार को धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे धार्मिक आस्थाओं को चोट पहुंचती है। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिरों के पैसे का सही उपयोग मंदिरों के विकास के लिए किया जाना चाहिए।
सरकार की दिशा
इन विरोधों के बावजूद, सरकार ने स्पष्ट किया है कि उसके ये फैसले भक्तों के हित में हैं और चामुंडी हिल्स की सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं। आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि इन नए नियमों का प्रभाव भक्तों और चामुंडी हिल्स के विकास पर कैसा पड़ता है।