"स्पा गर्ल के पेशे में मुझे सेक्स वर्कर बनना पड़ा"
नोट: यह स्टोरी नोएडा सेक्टर-18 के एक स्पा सेंटर में काम करने वाली रोमा (बदला हुआ नाम) से बातचीत के आधार पर लिखी गई है।
'स्पा' शब्द से वास्ता तब पड़ा था जब पहली दफा मैं चकाचौंध भरी इस दुनिया में आई थी। इससे पहले इस शब्द से भी अनजान थी और इन जगहों पर स्पा की आड़ में होने वाले सेक्स वर्क से भी। विरले ही ऐसे लोग होते हैं, जो ये चीज़ें पूछते हैं कि मैं क्यों और कैसे यहां आई? क्योंकि उन्हें लगता है कि सेक्स वर्कर या स्पा गर्ल से बात करना यानी कि वक्त ज़ाया करना।
चलिए अब आपको बताती हूं कि कैसे 5-5 के अंधेरे और दिन-रात जगमगाते नाइट बल्ब्स वाले कमरे में मेरा आना हुआ। मैं उत्तराखंड से हूं मगर वर्तमान में तीन साल के एक बच्चे और मेरी माँ के साथ दिल्ली में रहती हूं। मेरा बेटा भले ही अभी तीन साल का है मगर मुझे डर है कि जब वह बड़ा होगा और उसे मेरे पेशे के बारे में पता चलेगा, तब वह क्या सोचेगा? आगे पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।