ढाई करोड़ युवा मतदाताओं पर भाजपा-कांग्रेस की नजर
भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव मप्र की सत्ता पर कौन काबिज होगा, यह प्रदेश के ढाई करोड़ से अधिक युवा मतदाता तय करेंगे। इसको देखते हुए राजनीतिक दलों ने युवा मतदाताओं को साधना शुरू कर दिया है। भाजपा ने भाजयुमो और कांग्रेस ने भाराछासं के सहारे युवाओं को रिझाना शुरू कर दिया है। भाजपा ने तो युवाओं को रिझाने के लिए खजाना ही खोल दिया है। प्रदेश में करीब ढाई करोड़ से ज्यादा मतदाताओं की उम्र 40 साल से कम है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता की चाभी युवा हाथों से होकर गुजरेगी।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटी हुई है। भाजपा नेताओं का मानना है कि विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर 18 वर्ष और इससे ऊपर के जो मतदाता हैं, कांग्रेस उन्हें बरगला रही है। इन नव मतदाताओं ने दूसरी सरकार देखी नहीं है इसलिए वे कांग्रेस के बहकावे में आ रहे हैं। हालांकि भाजपा ने ऐसे युवाओं पर ध्यान केंद्रित किया है और नाराजगी दूर करने के उपाय किए जा रहे हैं। युवा मतदाताओं की नाराजगी को वोटों में बदलने के लिए कांग्रेस जी-जान से जुटी है।
बेरोजगारी को बनाया मुद्दा
कांग्रेस ने प्रदेश में बेरोजगारों की बढ़ती फौज को मुद्दा बनाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ हों या चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया, दोनों ही नेता युवाओं को रोजगार दिलाने सहित भाजपा राज में घटे रोजगार के अवसरों का हवाला दे रहे हैं।
इधर भाजपा ने इससे निपटने के लिए सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में दो लाख युवाओं को रोजगार से जोडऩे का लक्ष्य रखा है। नए मतदाताओं को रिझाने के लिए ही सरकार ने मुयमंत्री मेधावी योजना शुरू की है। ये सभी युवा 18 साल से अधिक उम्र के हैं, जो इस चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे।
युवा संभालेंगे चुनावी बागडोर
विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने ज्यादा से ज्यादा युवा पदाधिकारियों को जिमेदारी सौंपने की रणनीति बनाई है। भाजपा अकेले मप्र में इन चुनावों के लिए 65 हजार से ज्यादा युवा संयोजकों की नियुक्ति पर विचार कर रही है। युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस समय लगभग 100 पदाधिकारी हैं। इनमें से 40 को मप्र भेजा जा रहा है। युवा मोर्चा प्रदेश के हर बूथ पर एक संयोजक बना रहा है।
कांग्रेस लगाएगी प्रशिक्षण शिविर
कांग्रेस ने भी आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपना पूरा फोकस प्रदेश के युवाओं मतदाताओं पर कर रही है। 18 से 25 वर्ष के युवाओं कांग्रेस की विचारधारा से अवगत करने की रणनीति पर काम कर रही है। इसी के चलते उसने प्रदेश भर में युवा प्रशिक्षण शिविर लगाने की योजना बनाई है। कांग्रेस आलाकमान का कमान का मानना है कि इस तरह से आगे होने वाले विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में पार्टी को युवा मतदाताओं का समर्थन करेगी।