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यमुनोत्री हादसा : खजुराहो पहुंचे तीर्थयात्रियों के शव, कल होगा अंतिम संस्कार
भोपाल। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार शाम को मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं से भरी एक बस खाई में गिर गई। बस में चालक-परिचालक के अलावा मप्र के पन्ना जिले के 28 तीर्थयात्री सवार थे। जिसमें से 26 लोगों की मौत हो गई।
हादसे में मारे गए सभी 26 लोगों के शव आज वायुसेना के विशेष विमान से उत्तरकाशी से खजुराहो लाए गाए। एयरपोर्ट पर मौजूद खजुराहो सांसद और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।इसके बाद सभी पार्थिव देहों को उनके गृह ग्राम के लिए रवाना कर दिया है।
इससे पहले उत्तराखंड से भोपाल लौटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि हादसे में घायल राजकुंवर बाई का बेटा नहीं रहा। वह बेटे के बारे में पूछ रही थी। मैंने उन्हें दिलासा दिलाने के लिए झूठ बोला कि आप अपनी चिंता करो, वो ठीक है। वो जिंदगी के बड़े पीड़ादायी क्षण थे। उन्होंने कहा कि 9 जोड़े इस दुर्घटना में नहीं रहे। एक जोड़ा बचा है। घायलों को चोटें बहुत हैं, लेकिन हालत ठीक है।
बस ने कई पलटियां खाईं -
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि तीर्थ यात्री दो बसों में थे। जो बस आगे जा रही थी, वो खाई में गिर गई। हजार फीट गहरी खाई से लोगों को निकाल कर लाना आसान काम नहीं था। बस ने कई पलटियां खाईं, कोई कहीं गिरा था, तो कहीं पड़ा था। शव बिखरे पड़े थे। बस पहले खाई में गिरी और पलटी खाते हुए पेड़ से टकराकर इसके दो टुकड़े हो गए थे। एक पार्थिव शरीर का हाथ तो बहुत दूर जाकर मिला। प्रधानमंत्री को हादसे की खबर मिली तो उन्होंने तत्काल राहत राशि की व्यवस्था की।
मम्मी-पापा से बात नहीं करवा रहे -
हादसे में घायल पन्ना के उदय सिंह और उनकी पत्नी अक्खी राजा का इलाज देहरादून में चल रहा है। उनके बेटे कृष्णा सिंह ने बताया कि मम्मी-पापा से बात नहीं कराई जा रही है। हमने देहरादून जाने का कहा तो कलेक्टर बोले- यहीं रहो। उनका इलाज चल रहा है। मम्मी-पापा और चाचा से एक दिन पहले बात हुई थी। चाचा के नहीं रहने की खबर सुबह 6 बजे मिली। मम्मी-पापा से बात हो जाती तो सुकून मिल जाता।
मौत से डेढ़ घंटे पहले बेटी से कहा- टूर अच्छा है -
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के डामटा में जो बस हादसे का शिकार हुई, उसमें पन्ना जिले के रहने वाले बांके बिहारी कट्या और उनके परिवार के 4 लोग सवार थे। बांके बिहारी की पत्नी रामसखी ने रविवार शाम 5 से 6 बजे के बीच पन्ना में रह रही बेटी रंजना से मोबाइल पर कहा था-टूर अच्छा है। तब बस ऋषिकेश से यमुनोत्री के रास्ते पर थी। इसी दौरान बांके बिहारी ने भी अपने दामाद द्वारका प्रसाद पांडे से बात की थी। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद टीवी पर बस के खाई में गिरने की खबर आ गई। हादसे के बाद से परिजनों का किसी से संपर्क नहीं हो पाया।
ड्राइवर की नींद ने ली जान -
खाई में गिरी चौहान ट्रेवल्स की बस के ड्राइवर हीरा सिंह ने चार धाम यात्रा के लिए ऋषिकेश से निकली दूसरी बस के कंडक्टर दीवान सिंह से फोन पर शाम 5.30 से 6 बजे के बीच बात की थी। तब कहा था-खाना साथ खाएंगे। दूसरे बस के कंडक्टर ने हीरा को खाने में दाल, भाजी बनाने की बात कही थी। इसके बाद फोन काट दिया था। इसके करीब एक से डेढ़ घंटे बाद यह हादसा हो गया। हादसे की एक वजह ड्राइवर की नींद पूरी न होना बताई जा रही है।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश -
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्राइवर दो रातों से सोया नहीं था। यह बात कितनी सच है, यह जांच का मामला है। वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ड्राइवर के अनुसार, स्टेयरिंग फेल होने के कारण हादसा हुआ, लेकिन फिर भी हमने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। चारधाम यात्रा में लोगों का आना-जाना सुरक्षित हो, इसके लिए हम लगातार रजिस्ट्रेशन का काम कर रहे हैं।