कर्मभूमि से जन्मभूमि: दिल्ली में त्रिपक्षीय बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश में 15 हजार बोर कराएंगे गुजरात में बसे मप्र के व्यापारी…

दिल्ली में त्रिपक्षीय बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश में 15 हजार बोर कराएंगे गुजरात में बसे मप्र के व्यापारी…
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भोपाल। गुजरात में कारोबार कर रहे मध्यप्रदेश के व्यापारी अपने खर्च पर मध्यप्रदेश में अपनी जन्मभूमि पर 15 हजार बोर कराएंगे। यह बोर वर्षा जल को संग्रहित कर भू-जल भंडारण क्षमता के विकास के उद्देश्य से चलाई जा रही 'कर्मभूमि से जन्मभूमि’ योजना के अंतर्गत कराए जाएंगे।

गुरूवार को नई दिल्ली स्थित श्रम शक्ति भवन में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल के साथ हुई मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बैठक के बाद यह निर्णय हुआ।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि वर्षा जल को संग्रहित कर भू-जल भंडारण क्षमता के विकास के लिए चलाई जा रही 'कर्मभूमि से जन्मभूमि योजना एक अभिनव पहल है।

इस योजना के अंतर्गत गुजरात में व्यापार कर रहे अन्य राज्यों के व्यापारी अपने संसाधनों का उपयोग कर अपने राज्यों में बोरवेल खुदवा रहे हैं। मध्य प्रदेश के सतना जिले में इस योजना के तहत कार्य शुरू हो चुका है। योजना के तहत पूरे प्रदेश में 15,000 बोरवेल खुदवाने का लक्ष्य रखा गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस योजना का सबसे अच्छा पहलू यह है कि यह बिना शासकीय संसाधनों के, गुजरात में व्यापार करने वाले व्यापारियों की भागीदारी से चल रहा है। बूंद-बूंद जल बचाने का यह अभियान सराहनीय है।

कलेक्टर होंगे योजना के नोडल अधिकारी

बैठक के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने बताया कि योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला कलेक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इससे काम में आ रही बाधाओं को दूर करने में मदद मिलेगी और योजना को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा सकेगा।

श्री पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल संरक्षण संकल्प को जन आंदोलन बनाने के उद्देश्य से 'कर्मभूमि से जन्मभूमि’ कार्यक्रम की परिकल्पना की गई है। इसमें गुजरात में रह रहे मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार के व्यापारी अपनी जन्मभूमि में जल संचय के लिए बोरवेल की व्यवस्था कर रहे हैं।

राजस्थान में 1.60 लाख बोर का लक्ष्य

केन्द्रीय मंत्री श्री पाटिल ने बताया कि योजना के तहत राजस्थान में 1 लाख 60 हजार, मध्य प्रदेश में 15 हजार और बिहार के 10 जिलों में प्रत्येक गांव में 4 बोरवेल बनवाने का लक्ष्य है। उन्होंने राज्यों के सहयोग से इस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने की उम्मीद जताई।

राजस्थान के दो शहरों में शुरू हुई योजना

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सूरत के व्यापारियों द्वारा शुरू की गई यह योजना राजस्थान के सिरोही और जोधपुर जिलों में लागू हो चुकी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह योजना राजस्थान में जल रिचार्ज में सहयोग के लिए वरदान साबित होगी।

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