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ग्रामीण महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान देख मेरा मुख्यमंत्री बनना सफल हुआः
भोपाल। शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल से जल जीवन मिशन में लाभान्वित ग्रामीण परिवारों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं के चेहरे मे मुस्कान देखकर मेरा मुख्यमंत्री बनना धन्य हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन मे प्रदेश के एक करोड़ 22 लाख परिवारों को सन 2024 तक घर घर नल से पानी का लक्ष्य बनाकर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत अभी तक 45 लाख परिवारों को नल जल कनेक्शन से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ जल मिलने से जहां जल जनित बीमारियां कम हुई है, वहीं महिलाओं को पानी की लाईन लगाने तथा पानी ढोने से मुक्ति तो मिली ही है, साथ ही श्रम एवं समय की भी बचत हो रही है। उन्होंने जल समितियों के माध्यम से योजना का संचालन करने, रख-रखाव एवं संचालन कर की वसूली का कार्य स्व-सहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से करने के साथ ही जल के प्रबंधन एवं संरक्षण पर जोर देने की बात कही। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव ने जल जीवन मिशन की प्रगति से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री ने ग्राम सतपिपलिया के सरपंच मंगलेश वर्मा से ग्राम में नल से जल पहुँचने की जानकारी ली। मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम के समस्त घरों में जल जीवन मिशन के तहत पर्याप्त मात्रा में नल से पानी पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले गांव में पानी का कोई स्त्रोत नही था, तब ग्रामवासियों को कई किलोमीटर दूर से पानी लेकर आना पड़ता था। गांव के हर घर में पानी पहुँचाने के लिए जल योजना समिति का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों से जलकर के रूप में हर महीने 100 रूपये की न्यूनतम राशि ली जाती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा ग्राम सतपिपलिया में कोविड की तीनो लहरों के पश्चात ग्राम में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति नही मिलने के बारे में पूछे जाने पर मंगलेश ने बताया कि सभी ग्रामवासियो से पूरी गंभीरता से कोविड की गाइडलाइन का पालन किया है। सतपिपलिया में 400 घर है और सभी घरों में नल कनेक्शन है। ग्राम की पाँच महिलाओं द्वारा एफटीके किट से पानी की जांच की जाती है। समूह नल जल योजना एक करोड़ 02 लाख की लागत से शुरू की गई है।
सीहोर के अलावा मुख्यमंत्री ने भोपाल जिले के ग्राम बिलखिरिया की बहन अनिता मालवीय ने बताया कि जब घर में नल नहीं लगे थे, तब उन्हें और गांव की अन्य बहनों को आधा-आधा किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता था। जल जीवन मिशन ने उनका जीवन बदल दिया है। अनूपपुर जिले के ग्राम हर्राटोला जनपद पंचायत से ममता चंद्रवंशी ने बताया कि उनके गांव के हर घर में नल से जल पहुंच रहा है। इससे पहले उन्हें घर से दूर कुआं या हैंडपंप से पानी लेने जाना पड़ता था