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शीत लहर की चपेट में आया प्रदेश, बर्फीली हवाओं ने गिराया तापमान, 29 के बाद मिलेगी राहत
भोपाल। प्रदेश एक बार फिर शीत लहर की चपेट में हैं। बर्फीली हवाओं के कारण अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है, जिसके चलते कड़ाके की ठंड में लोग कांपने को मजबूर हुए। गुरुवार सुबह अधिकांश शहरों में हल्का कोहरा भी रहा, लेकिन सूरज निकलने के कोहरा छट गया। सुबह से अच्छी धूप निकली है। यह धूप दिन में ठंड से राहत देने वाले है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में ठंड से और राहत मिल सकती है।
इससे पहले बुधवार को दिनभर सर्द हवाएं चलने के कारण राज्य के अधिकांश शहरों में कोल्ड डे रहा, जिसके कारण सुबह से शाम तक लोगों को तेज ठंड का अहसास हुआ। भोपाल-इंदौर समेत पूरा प्रदेश इन दिनों ठंड से ठिठुर रहा है। प्रदेश में कुछ जगहों पर तो पारा ढाई डिग्री सेल्सियस तक चला गया। रायसेन में पौधों पर ओस की बूंदें जम गईं। अगले 24 घंटे तक कड़ाके की ठंड रहेगी। इसके बाद 29 जनवरी को पाकिस्तान (पश्चिमी विक्षोभ) से एक और हवाओं का झोंका आएगा। इसके कारण छह दिन तक तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है।
भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उत्तर में जमकर बर्फबारी हो रही है। अफगानिस्तान से पाकिस्तान से होते हुए आ रही हवाएं उत्तर की बर्फबारी के कारण ठंडी और नमी भरी हो जाती हैं। इससे मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। पहली बार मध्यप्रदेश में इसका सबसे ज्यादा असर दिख रहा है। अभी तक इसका असर ग्वालियर-चंबल पर ज्यादा होता था, लेकिन इस साल इसका असर पूरे मध्यप्रदेश पर पड़ रहा है। हवाओं के लगातार आने के कारण ठंड का दौर खत्म नहीं हो पा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश वासियों को 29 जनवरी से ठंड से हल्की राहत मिल सकती है, लेकिन 2 फरवरी के बाद फिर मौसम बदलेगा। बादल छाने से दिन में ठंड और बारिश होगी। बादलों के छंटते ही रात का तापमान गिर जाएगा। फरवरी के दूसरे सप्ताह में फिर बारिश और ओले गिरने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक साहा ने बताया कि इस बार उत्तर में रिकॉर्ड बर्फबारी हो रही है। पाकिस्तान से आने वाली हवाओं का सबसे ज्यादा असर राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पड़ता था। मध्यप्रदेश में यह ग्वालियर-चंबल इलाकों में ही देखा जाता था। अब इसका दायरा बढ़ गया है। यह भोपाल के अलावा इंदौर में बारिश के रूप में देखने को मिला है। लगभग मध्यप्रदेश के सभी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में ठंड से और राहत मिल सकती है। पश्चिमी विक्षोभ 29 जनवरी को जम्मू कश्मीर पहुंच जाएगा, जिससे उत्तरी हवा का चलना बंद हो जाएगा। बर्फीली हवा बंद होने पर तापमान में गिरावट थम जाएगी और बढोतरी शुरू होगी, जिससे ठंड से राहत मिलेगी। फरवरी में ठंड से पूरी तरह से राहत मिल जाएगी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभों के चलते फरवरी में भी बारिश की संभावना बनेगी।