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पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की जमीन पर अवैध कब्जा: उत्तप्रदेश के अम्बेडकर नगर में है माँ से विरासत में मिली 50 लाख की जमीन…
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भोपाल, विशेष संवाददाता। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर में माँ से विरासत में मिली 50 लाख रुपये कीमत की जमीन पर एक व्यक्ति ने अवैध कब्जाकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। देखदेख करने वाले व्यक्ति की सूचना पर दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर और एसडीएम से चर्चा कर निर्माण कार्य रुकवा दिया। अब स्थानीय प्रशासन जमीन के मालिकाना हक की पड़ताल कर रहा है।
फर्जी बैनामा बनवाकर किया कब्जा
शिकायतकर्ता केयर टेकर अनिल कुमार यादव के अनुसार, केवटला निवासी रामहरक चौहान नाम के व्यक्ति ने 1989 में खुद को दिग्विजय सिंह का पॉवर ऑफ अटॉर्नी बताकर शिव प्रसाद के पुत्र जियालाल, राजबहादुर और मद्धू के पुत्र मंगली नामक व्यक्तियों के नाम बैनामा कर दिया। शुक्रवार को जब ये बैनामा धारक जमीन पर नींव खुदाई कराने लगे तो उन्होंने मामले की जानकारी दिग्विजय सिंह को दी। दिग्विजय सिंह ने अम्बेडकरनगर कलेक्टर और एसडीएम से इस मामले की शिकायत की। इसके बाद प्रशासन ने जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रुकवाया। फिलहाल प्रशासन ने जमीन से जुड़े दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि ये मामला संदिग्ध लग रहा है। प्रशासन ने जमीन को बेचे जाने की बात से मना किया है।
दिग्विजय के नाम है 0.152 हेक्टेयर जमीन
उत्तरप्रदेश के रामनगर महुवर गांव के गाटा संख्या 1235 की 0.152 हेक्टेयर जमीन दिग्विजय सिंह के नाम दर्ज है। पहले यह जमीन उनकी मां के नाम थी। जिनका निधन 18 फरवरी 1986 को हुआ। इसके बाद 18 मई 2024 को यह जमीन विरासत में दिग्विजय सिंह और उनके भाई लक्ष्मण सिंह के नाम हो गई। वर्तमान समय में इस जमीन की कीमत लगभग 50 लाख रुपए आंकी जा रही है।
माँ को मौसा से मिली थी यह जमीन
दिग्विजय सिंह की मौसी विमला देवी की शादी मकरही स्टेट के राजा महेश्वरी सिंह से हुई थी। भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत सरकार राजाओं की जमीन को अधिग्रहित करने लगी। सीलिंग से अपनी जमीन को बचाने के लिए राजा महेश्वरी सिंह ने इस जमीन को अपनी साली यानी दिग्विजय सिंह की मां अपर्णा देवी के नाम कर दिया था। मां के निधन के बाद ये जमीन दिग्विजय सिंह की हो गई।