कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा - जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपड़े फाड़ो

कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा - जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपड़े फाड़ो
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भोपाल। मप्र की राजनीति में आज एक वीडियो सुर्ख़ियों में बना हुआ है। इस वीडियो में पूर्व सीएम कमलनाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं से दिग्विजय सिंह के कपडे फाड़ने की बात कहते दिख रहे है।दिग्विजय सिंह ने भी कमलनाथ के बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। वहीँ भाजपा भी इस वीडियो को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है।

दरअसल, शिवपुरी की कोलारस सीट से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए है। वे शिवपुरी या कोलारस सीट से टिकट का दावा कर रहे थे। भाजपा से ना मिलने पर नाराज होकर कांग्रेस में चले गए लेकिन वहां भी उनकी इच्छा पूरी नहीं हुई। दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने अपने पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट दे दिए है। इस बात से नाराज रघुवंशी के समर्थक कल सोमवार को साथ कमलनाथ के घर पहुंच गए। उन्होंने कोलारस सीट से टिकट ना मिलने पर नाराजगी जताई।

दिग्विजय और जयवर्धन के कपड़े फाड़ो -

इसके जवाब में कमलनाथ वीडियो में कहते दिख रहे है - ये बात मैंने दिग्विजय सिंह पर छोड़ दी। इसमें कोई मिस अंडरस्टैंडिंग हो गई। आप वीरेंद्र की बात मत कीजिए। मैंने उसे जॉइन कराया है। केपी सिंह (शिवपुरी से कांग्रेस उम्मीदवार) ने कहा कि मेरी दिग्विजय सिंह से बात हो गई। दिग्विजय सिंह बोले कि मेरी केपी सिंह से बात हो गई। बाद में कहते हैं कि अरे, ऐसा तो हमने समझा नहीं था।

मैंने कहा कि अब तुम लोग समझ लो। कल शाम को मैंने दिग्विजय सिंह को दिल्ली बुलाया है। केपी सिंह शिवपुरी क्यों जाएं। ये बात मुझे समझ नहीं आई। मैं तो खुद वीरेंद्र के सामने शर्मिंदा हुआ। मुझे रघुवंशी समाज को देना है। मैं खुद ढूंढ रहा हूं। वहां राजकुमार है। वो दूसरा है, जिसकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य है, उसकी पत्नी को लड़ा दो। देना रघुवंशी को है।शिवपुरी की बात दिग्विजय सिंह, जयवर्धन से करेंगे। जैसा वो कहेंगे, वैसा करेंगे। वीरेंद्र को जितना तुम लोग नहीं चाहते, उससे ज्यादा मैं चाहता हूं। तुम लोग मुझे क्या समझाने आए हो। अब जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपडे़ फाड़ो। ये मत कहिएगा कि मैंने कहा है।

दिग्विजय सिंह ने किया पलटवार -



कमलनाथ का ये वीडियो सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- जब परिवार बड़ा होता है तो सामूहिक सुख और सामूहिक द्वंद्व दोनों होते हैं। समझदारी यही कहती है कि बड़े लोग धैर्यपूर्वक समाधान निकालें। ईश्वर भी उन्हीं का साथ देते हैं, जो मन और मेहनत का मेल रखते हैं।


कमलनाथ ने दी सफाई -

दिग्विजय के ट्वीट के बाद कमलनाथ ने लिखा - मैंने मजाक और प्यार में ये बात कही थी। इस पर किसी को नाराज नहीं होना चाहिए। मैं तो आपसे भी कह रहा हूं कि नाराज होने जैसी बात नहीं है। मेरे और दिग्विजय सिंह के 40 साल के संबंध हैं।



वहीँ भाजपा भी कांग्रेस की अंतर्कलह पर हमलावर हो गई। भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने वीडियो पोस्ट कर लिखा, 'यह हालत है कि कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष हैं और उन्हें टिकटों का होश ही नहीं। कोई भी कन्फ्यूजन पैदा कर टिकट फाइनल करा रहे हैं। दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच की अंतर्कलह साफ दिखाई दे रही है।

घोषणा पत्र के दौरान हुई नोक-झोंक -





कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच ट्वीट वार के बाद आज घोषणा पत्र जारी होने के मौके पर तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली है। इस दौरान कमलनाथ ने मीडिया से कहा, 'मैंने कहा था यदि आपकी बात न मानें तो आप उनके कपड़े फाड़ो। मेरा और दिग्विजय सिंह का संबंध राजनीतिक नहीं है। हंसी-मजाक का है। प्यार का है। मैंने इनको कुछ समय पहले पावर ऑफ अटॉर्नी दी थी। वो ये थी कि कमलनाथ के लिए आप पूरी गालियां खाइए। ये पावर ऑफ अटॉर्नी आज के दिन भी वैलिड है। मेरी गलती हो या नहीं हो गाली खानी है। उनसे मेरे संबंध पारिवारिक हैं। इन्होंने बहुत सारे कड़वे घूंट मेरे लिए पीये हैं। आगे भी पीने पड़ेंगे।

दिग्विजय ने कहा, 'भैया, ए फॉर्म और बी फॉर्म में दस्तखत किसके होते हैं, पीसीसी चीफ के। तो कपड़े किसके फटने चाहिए बताओ। गलती कौन कर रहा है ये भी पता होना चाहिए। अब शंकरजी का काम यही है विष पीने का, तो पीएंगे

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