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सिंधिया समर्थक रहें कार्यकर्ताओं के लिए कमलनाथ ने जारी किया ये फरमान...
भोपाल। प्रदेश में सियासी फेरबदल के बाद सत्ता से बाहर होने वाली कांग्रेस पार्टी ने दोबारा सत्ता में आने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। यह प्लान कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में शामिल होने वाले राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को ध्यान में रखते हुए बनाया है। कांग्रेस और कमलनाथ आगामी उपचुनावों के लिए सभी रणनीति ग्वालियर-चंबल अंचल की 16 सीटों और सिंधिया को ध्यान में रखकर तैयार कर रही है।
कमलनाथ का कार्यकर्ताओं को फरमान -
इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सिंधिया समर्थक नेताओं के लिए एक फरमान जारी किया है। जोकि राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने पिछले दिनों भोपाल में आयोजित हुई एक बैठक में सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए है की जिस कार्यकर्ता पर शक हो की की वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ या भाजपा में जा सकते है। उन सभी कार्यकर्ताओं से से सिंधिया या भाजपा के विरोध में मीडिया में बयान जारी कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा की जो भी बयान जारी ना करें तो उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दो। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के निर्देश दिए है। कोई कार्यकर्ता सिंधिया, भाजपा या उसके प्रत्याशी के समर्थन में तारीफ भरा पोस्ट डाले , बधाई दे तो उसका स्क्रीनशॉट लेकर ऐसे कार्यकर्ता को भी पार्टी से निकाल दे।
ग्वालियर में चुनावी हेडक्वार्टर -
सिंधिया और उनके समर्थकों को उपचुनाव में पटकनी देने की तैयारी कर रहे कमलनाथ ने ग्वालियर में पार्टी मुख्यालय बनाने का निर्णय लिया है। अंचल में अधिक सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए पार्टी की सभी गतिविधियां यहीं से संचालित की जाएगी। ग्वालियर में कांग्रेस का मुख्यालय स्थापित करने के लिए स्थानीय नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है की प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है।जिसमें से 22 सीट ऐसी है, जिन पर सिंधिया समर्थक विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। जिससे कांग्रेस की सरकार गीर गई थी। इसलिए कांग्रेसी नेताओं को डर सता रहा है की सिंधिया समर्थक कार्यकर्ता जो कांग्रेस में बचे है वह चुनावों के समय कहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा के साथ ना चले जाएं।