नेता प्रतिपक्ष ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, विशेष सत्र बुलाने की मांग

नेता प्रतिपक्ष ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, विशेष सत्र बुलाने की मांग
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बिजली और पेयजल संकट गहराता जा रहा है। बिजली संकट को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। उन्होंने बिजली संकट पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश में बिजली का संकट गहराता जा रहा है। कोयले की कमी एवं कुप्रबंधन के चलते प्रदेश के ताप विद्युत गृह बंद होने की कगार पर हैं।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रदेश में बिजली संकट गहराता जा रहा है, कोयले की कमी एवं कुप्रबंधन के चलते प्रदेश के ताप विद्युत गृह बंद होने की कगार पर है। मप्र पॉवर जनरेशन कंपनी के चार पॉवर प्लांटों में से तीन पॉवर प्लांट गंभीर स्थिति में हैं। संजय गांधी थर्मल पॉवर प्लांट, सतपुड़ा थर्मल पॉवर प्लांट एवं सिंगाजी थर्मल प्लांट की विद्युत उत्पादन की क्षमता कोयले की कमी एवं कुप्रबंधन के कारण आधी रह गई है, जिससे प्रदेश में विद्युत संकट गहरा रहा है। प्रदेश में मांग के अनुपात में पर्याप्त बिजली की उपलब्धता नहीं है, वहीं प्रदेश सरकार ने विद्युत उत्पादन कंपनियों को विगत वर्ष बगैर एक भी यूनिट बिजली लिए 900 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है।

सिंह ने कहा कि एक ओर कोयले की कमी के चलते राज्य सरकार विदेशी कोयला खरीदने की तैयारी में है जिससे राज्य सरकार का यह दावा खोखला साबित हो रहा है कि प्रदेश में कोयले की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकार की विदेशी कोयला खरीदने की तैयारी पर शंका कुशंकाएं उत्पन्न हो रही हैं। समूचे प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती हो रही है, जबकि बिजली की दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है एवं विद्युत उपभोक्ताओं से मनमाने बिजली बिल वसूले जा रहे हैं।

डॉ. गोविंद सिंह ने यह भी लिखा कि समूचे प्रदेश में बिजली कटौती हो रही है, विद्युत उपभोक्ताओं से अनाप शनाप बिल वसूले जा रहे है, लोगो के उद्योग धंधे प्रभावित हो रहे है। विद्युत समस्याओं को लेकर प्रदेश में हाहाकार मचा है, ऐसी स्थिति में विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाकर विद्युत समस्या पर उत्पन्न स्थिति के संबंध में चर्चा कराया जाना अति आवश्यक है ताकि विद्युत संकट का समाधान पक्ष विपक्ष मिलकर निकाल सकें। गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि आप से अनुरोध है कि उपरोक्त स्थिति को दृष्टि रखते हुए मध्यप्रदेश विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने का कष्ट करें।

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