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यूके-जर्मनी से मप्र को मिले 78000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव: मुख्यमंत्री का भाजपा ने विमानतल पर किया भव्य स्वागत
भोपाल, विशेष संवाददाता। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यूके और जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा के दौरान प्रदेश को विविध क्षेत्रों से 78 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनमें यूके के निवेशकों से 60 हजार करोड़ एवं जर्मनी के निवेशकों ने 18 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।
प्रवास से लौटने के बाद डॉ. यादव ने शनिवार की शाम मुख्यमंत्री निवास पर पत्रकार वार्ता में प्रवास के अनुभव एवं उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि मप्र में निवेश बढ़ाने के लिए वहां के प्रमुख उद्योगपतियों से वार्ता की।
दोनों देशों की यात्रा के नतीजे बेहद सकारात्मक रहे तथा यात्रा उपलब्धियों से भरी रही। अगले साल फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए यह प्रवास काफी उपलब्धि वाला होगा। डॉ. यादव ने बताया कि यूके में उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों ने मध्य प्रदेश प्रवासियों के साथ जुडऩे पर अपनी खुशी व्यक्त की।
उन्होंने राज्य के शिक्षित और कुशल युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नौकरी देने की बात भी कही। पत्रकार वार्ता में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, मंत्री तुलसी सिलावट, श्रीमती कृष्णा गौर, गौतम टेटवाल, विधायक रामेश्वर शर्मा और भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल उपस्थित रहे।
भाजपा ने किया मुख्यमंत्री का स्वागत
विदेश यात्रा से लौटने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का भोपाल विमानतल पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने यात्रा को सफल और सकारात्मक बताया साथ ही कहा कि मप्र के केवल संभाग ही नहीं एक-एक जिले की प्रगति का संकल्प हमने लिया है।
सरकार इसी हिसाब से काम कर रही है, जब सब तरक्की करेंगे तभी प्रदेश तरक्की करेगा, उन्होंने बताया कि इस दौरे में हमने एक एक मिनट का उपयोग प्रदेश की बेहतरी के लिए किया है।
मप्र के युवाओं को देंगे उड़ान का अवसर
स्वागत कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. ने कहा कि आर्थिक रूप से संपन्न बनकर ही हम मध्य प्रदेश का भला कर सकते हैं। हम अपने युवाओं की इच्छाओं को पंख देकर उन्हें उड़ान भरने का अवसर दे सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट भी सफल रहेगी।
जर्मनी के डायनासोर का संबंध मप्र से!
मुख्यमंत्री ने बताया कि जर्मनी के संग्रहालय में उपस्थित डायनासोर के जीवाश्म का मप्र से संबंध है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार और जर्मनी के शोधकर्ताओं के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
एमओयू से सतपुड़ा क्षेत्र में पाए गए ट्राइऐसिक युग के जीवाश्मों पर संयुक्त रूप से शोध किया जा सकेगा। संग्रहालय में एक बेटी ने बताया कि यहां देख रहे डायनासोर के जीवाश्म का संबंध मध्यप्रदेश से है। उसने बताया कि दस वर्ष तक होशंगाबाद, इटारसी, सतपुड़ा रिजर्व के जंगलों में शोध कार्य किया है। धार और मांडू में डायनासोर के अंडे मौजूद हैं।