मप्र में टेरर फंडिंग पर कसेगी लगाम, भोपाल में खुला पहला NIA थाना, पूरा राज्य होगा कार्यक्षेत्र

मप्र में टेरर फंडिंग पर कसेगी लगाम, भोपाल में खुला पहला NIA थाना, पूरा राज्य होगा कार्यक्षेत्र
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गृह विभाग की अधिसूचना में कहा गया है कि इस थाने का नाम राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी पुलिस थाना होगा

भोपाल। मध्य प्रदेश में आतंकी गतिविधियों को रोकने के मकसद से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने एक नई पहल करते हुए यहां अपना स्थायी ठिकाना बना लिया है। एनआईए ने भोपाल में थाना खोल दिया गया है। यह थाना पूरे मध्यप्रदेश में काम कर सकेगा। इस नए थाने से मध्यप्रदेश पुलिस को बेहतर तालमेल बनाने के साथ ही पूरे प्रदेश में अपनी गतिविधियों को बेहतर करने में मदद मिलेगी। एनआईए का प्रदेश में यह पहला थाना है।


राज्य शासन ने भोपाल में एनआईए के पुलिस थाने के लिये अधिसूचना जारी कर दी है। एनआईए पुलिस थाना जहाँगीराबाद में ओल्ड क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर होगा। थाने का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण मध्यप्रदेश रहेगा।मध्यप्रदेश के गृह विभाग की अधिसूचना में कहा गया है कि इस थाने का नाम राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी पुलिस थाना होगा। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन यह कार्य करेगा। इसमें रिक्त पदों पर नियुक्ति दिल्ली से ही होगी। अस्थायी रूप से यह थाना जहांगीराबाद में रहेगा। एनआईए को राज्य सरकार की ओर से जब जमीन मिल जाएगी, तब इसे अलग भवन मिल जाएगा।

मप्र में पहला थाना -

बता दें कि भोपाल में 13 मार्च 2022 को जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के कुछ आतंकी पकड़े गए थे। इसके बाद रतलाम में सूफा के आतंकी विस्फोटक के साथ पकड़े गए थे। इस समय एनआईए का मध्यप्रदेश में कोई पुलिस थाना नहीं था। इस वजह से मध्यप्रदेश के मामलों की जांच भी बाहर हो रही थी। अब वह सभी केस मध्यप्रदेश के थाने में ट्रांसफर होंगे और उस पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इस नए थाने में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के साथ ही थाना प्रभारी भी होगा। नए थाने के नोटिफिकेशन के साथ ही प्रदेश में टेरर फंडिंग समेत अन्य मामलों में एफआईआर दर्ज हो सकेंगे। थाना नहीं होने की वजह से इस तरह के मामलों की शिकायतें अन्य राज्यों में दर्ज हो रही थी। नए थाने से यह एक बड़ा बदलाव है, जो हमें देखने को मिलेगा।

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