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मप्र में शुरू हुआ बजट सत्र, राज्यपाल ने अभिभाषण में कही ये...बातें
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि यह प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने का समय है। टीम मध्य प्रदेश बिना एक क्षण गंवाए प्रदेश के विकास और उन्नति के लिए काम कर रही है। वह दिन दूर नहीं जब मध्य प्रदेश को देश और दुनिया के सबसे विकसित एवं आत्मनिर्भर राज्य बनाने का सपना साकार होगा। गौरवशाली और वैभवशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देगा।
राज्यपाल पटेल विधानसभा ने अपना अभिभाषण दे रहे थे। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण से शुरुआत हुई। करीब आधा घंटा से अधिक समय तक चले राज्यपाल के अभिभाषण में उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ आगे का रोडमैप में भी प्रस्तुत किया। उन्होंने शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के द्वारा कोविड संकटकाल के दौरान उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि इसी वजह से देश और प्रदेश ने इस अभूतपूर्व संकट का बेहतर ढंग से सामना किया। खासतौर से वैक्सीन के देश में ही विकास और इसे आम लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध कराने से कोरोना की रोकथाम में व्यापक मदद मिली है।
संकट से उबारने का इंतजाम -
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले लगभग साढ़े सात साल मैं समय के साथ कदम ताल कर व्यवस्थाओं में जो ऐतिहासिक, क्रांतिकारी और लोक कल्याणकारी बदलाव किए गए, उनकी वजह से भारत की प्रतिष्ठा और प्रज्ञा का परचम पूरे विश्व के सामने लहराया है। चाहे कोरोना का संकट हो या फिर किसानों का मेरी सरकार ने दिन रात एक कर के लोगों को संकट से उबारने का इंतजाम किया है।
रोटी कपड़ा मकान पढ़ाई दवाई कमाई -
उन्होंने कहा कि चाहे गरीबों के लिए रोटी कपड़ा मकान पढ़ाई दवाई कमाई जैसी बुनियादी आवश्यकताएं पूरी करना हो या फिर अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पेशावर तथा अन्य कमजोर वर्गों का कल्याण हो मेरी सरकार ने सभी के समरस और समावेशी विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चाहे उद्योग और सड़कों का जाल बिछाना हो या फिर सबके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल, रोजगार का प्रबंध हो, सभी क्षेत्रों में जनता की जिंदगी बदलने का काम किया है। अगर मन में प्रदेश को आगे ले जाने की तड़प हो, जुनून हो, निर्णय में आगे की सोच और समझदारी हो, इरादों में नेकी और ईमानदारी हो, कामों में जनता की भागीदारी हो, तो रामराज की परिकल्पना धरती पर उतरते देर नहीं लगती। इसी मंत्र व मिशन के साथ मेरी सरकार जन को केंद्र में रखकर काम कर रही है और इसके परिणाम धरातल पर दिखाई देने लगे हैं।
सकल घरेलु उत्पाद 10 लाख करोड़ रुपये
राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार मोदी के वर्ष 2024-25 तक देश की अर्थव्यवस्था को फाइव ट्रिलियन डॉलर पहुंचाने के लक्ष्य की पूर्ति में अपना अधिकतम योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ष प्रदेश का राज्य सकल घरेलु उत्पाद 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक होना संभावित है, जो प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय है।
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अधोसंरचना पूंजीगत कार्यों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया है। वित्त वर्ष की पहली छहमाही में प्रदेश का पूंजीगत व्यय पिछले दो वर्षों की तुलना में क्रमश: 40 और 96 प्रतिशत अधिक रहा है। राज्य में जीएसटी करदाताओं की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। जीएसटी करदाताओं से विवरणी प्रस्तुत कराने में राज्य देश के पहले पांच प्रदेशों में शामिल है।
पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में उभरा है। सड़क गुणवत्ता में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। सड़कों की लंबाई में देश के प्रथम 7 राज्यों में शामिल है। 'ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ा सब संग बसे, रैदास रहे प्रसन्न। संत शिरोमणि रविदास जी की पंक्तियों को चरितार्थ करते हुए सरकार जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सुशासन हमारा साधन है, स्वराज्य साध्य। अगर इरादों में नेकी और ईमानदारी हो। जनता की भागीदारी हो तो रामराज्य की परिकल्पना धरती पर उतरते देर नहीं लगी। सरकार इसी पर काम कर रही है।