साल 2024 और 2028 ओलिंपिक के लिए मप्र में तैयार होंगे खिलाड़ी : शिवराज सिंह

साल 2024 और 2028 ओलिंपिक के लिए मप्र में तैयार होंगे खिलाड़ी : शिवराज सिंह
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फाइल फोटो 

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने रिकार्ड बनाया है और भविष्य की संभावनाओं के द्वार खोले हैं। उनके शानदार प्रदर्शन ने हमें प्रेरित किया है। अत: हमने तय किया है कि नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खोजें और उन्हें मध्यप्रदेश की 18 खेल अकादमियों में प्रशिक्षण देकर तराशा जाए। वर्ष 2024 और 2028 ओलिंपिक के लिए प्रदेश में तैयार खिलाड़ी तैयार होंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को अपने निवास से मीडिया के माध्यम से जारी संदेश में उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि हम एक नहीं अनेक ऐसे खिलाड़ी निकालेंगे, जो ओलिंपिक हो या राष्ट्रीय और विश्व स्तरीय विभिन्न स्पर्धाएं हो, उनमें देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। मुख्यमंत्री ने खेल में रूचि रखने वाले युवाओं से प्रदेश के टेलेंट सर्च अभियान में पंजीयन कराने की अपील की है।

उदीयमान खिलाड़ियों को मिलेगा प्रशिक्षण -

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि हमारी निगाहें 2024 के पेरिस ओलिंपिक और 2028 के लांस एजेंल्स ओलिंपिक पर है। मध्यप्रदेश से और ओलंपियंस निकाल कर हम पदक प्राप्त करेंगे, हम देश के लिए मेडल जीतेंगे। इसमें हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। खेलों में रूचि रखने वाले सभी बेटे-बेटियों से मैं अपील करता हूँ कि मध्यप्रदेश के टेलेंट सर्च अभियान में पंजीयन करवाएँ ताकि हमारी टैलेंट सर्च में नए नाम सामने आ सकें। इससे उदीयमान खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर, तराश कर देश के गौरव के लिए आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन कराएँ, टेलेंट सर्च कार्यक्रम में भाग लें, अच्छे खिलाड़ी बनें, सरकार आपके साथ है।

टेलेंट सर्च में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन -

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश सरकार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज के लिए प्रदेश स्तरीय व्यापक अभियान चला रही है। टोक्यो ओलिंपिक में भारत की ताज़ा सफलताओं ने पूरे देश और युवा खिलाड़ियों में नया जोश पैदा किया है। यही कारण है कि अब तक टेलेंट सर्च के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में 50 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने आवेदन किया है। शारीरिक क्षमता एवं खेलों में प्रवीणता के आधार पर होनहार खिलाड़ियों को विश्व-स्तरीय खेल सुविधाओं से सुसज्जित 18 अकादमियों में कोचिंग और ट्रेनिंग के माध्यम से तराशा जायेगा।

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